संदेश न्यूज। कोटा. शहर में लगातार बारिश होने से शहरभर में खाली पड़े भूखंडों में काफी समय से बरसाती पानी भरा हुआ हैं। ये पानी अब शहरवासियों के लिए खतरा बनता जा रहा है, लेकिन नगर निगम और नगर विकास न्यास को शहरवासियों की कोई चिंता नहीं है। कोटा शहर के देवली अरब क्षेत्र, बारां रोड, स्टेशन, कालातालाब, बोरखेड़ा, थेकड़ा रोड, रायपुरा रोड, आरकेपुरम, श्रीनाथपुरम, राजीव गांधी, विज्ञान नगर, अनन्तपुरा सहित कई क्षेत्रों में हजारों की संख्या में खाली भूखंडों में बरसाती पानी भरने के कारण इनमें अब मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसे खतरनाक बीमारियों के लार्वा पैदा होने लग गए हैं। जिसके कारण शहर में बड़ी संख्या में सर्दी, जुकाम और बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। लेकिन नगर निगम की ओर से इन भूखंडों में जला मोबिल आॅयल या अन्य दवाई डालकर इनके लार्वा को खत्म करने की कोई योजना अभी तक जमीनी स्तर पर नहीं उतारी हैं। वहीं नगर विकास न्यास की ओर से खाली भूखंडों पर पानी भरने पर भूखंड मालिकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की हैं। गत् चेतावनी नोटिस और कोर्ट में हल्फनामा दिया था : गत् वर्ष खाली भूखंडों में बरसाती पानी भरने और उसका स्थाई निकास नहीं होने पर नगर निगम और नगर विकास न्यास द्वारा कनिष्ठ अभियंताओं से सर्वे करवाकर मकान मालिक का पता लगाकर बड़ी संख्या में नोटिस जारी कर कोर्ट में आवंटन निरस्त करने का हल्फनामा भी दिया था। लेकिन इस बार अभी तक कोई कार्रवाई न्यास व निगम की ओर से नहीं की जा रही।