व्लादिवोस्तोक. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को रूस राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और क्षेत्र के विकास के लिए उनकी दूरदृष्टि और प्रतिबद्धता की सराहना की। मोदी ने अपनी ढाई घंटे लंबी प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में कहा, ‘मैं क्षेत्र के विकास के लिए आपकी प्रतिबद्धता और दूरदृष्टि का कायल हूँ।’ मोदी ने कहा, ‘पूर्वी आर्थिक फोरम के लिए आपका निमंत्रण मेरे लिए सम्मान की बात है। यह दोनों देशों के बीच सहयोग के लिए एक नया आयाम देने का एक ऐतिहासिक अवसर है। मैं पांच सितंबर (गुरुवार) को इस मंच की बैठक में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं।’ प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यात्रा और द्विपक्षीय वार्ता पोत निर्माण अभ्यास में अत्याधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल में दोनों पक्षों के बीच सहयोग के नए रास्ते खोलेगी।’ मोदी ने ट्वीट किया, ‘यात्रा के दौरान राष्ट्रपति पुतिन ने मुझे शिपयार्ड में अत्याधुनिक तकनीक दिखाई। मेरी यात्रा इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में सहयोग के नये रास्ते खोलेगी।’ प्रधानमंत्री ने अपने एक अन्य संदेश में लिखा, ‘ज्वेजदा पोत निर्माण परिसर में मेरे साथ जाने के लिए राष्ट्रपति पुतिन का मैं आभारी हूँ। यह आर्कटिक शिपिंग के विकास में बड़ा योगदान देने के लिए तैयार हैं।’ इससे पहले दोनों नेताओं ने ज्वेजदा पोत निर्माण परिसर का दौरा किया। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से ट्वीट किया गया, ‘भारत और रूस के दोस्ताना रिश्तों ने नये अध्याय की पटकथा लिखी है। राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी ने व्लादिवोस्तोक में मुलाकात की। ज्वेजदा पोत निर्माण परिसर में श्री मोदी के साथ राष्ट्रपति पुतिन मौजूद रहे।’ पुतिन ने प्रतिनिधि स्तर की बातचीत समाप्त होने के बाद कहा कि यह उनके देश के लिए प्रतिष्ठित सर्वोच्च रूसी नागरिक पुरस्कार ‘ॉर्डर आॅफ सेंट एंड्रयू द अपॉस्टल’ प्रदान करना एक बड़ा ‘सम्मान’ था। इस वर्ष अप्रैल में मॉस्को में पुतिन के कार्यालय के एक आदेश में कहा कि मोदी को ‘रूस और भारत बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त सामरिक साझेदारी के विकास में विशिष्ट उपलब्धि’ के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में यहां इस निर्णय का स्वागत किया और कहा, ‘यह पुरस्कार भारत और रूस दोनों देशों के बीच विशेष और स्थायी रणनीतिक साझेदारी को दशार्ता है जो असाधारण गर्मजोशी और दोस्ती के रूप में चिह्नित है।’ पूर्वी आर्थिक फोरम में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे, मंगोलिया के राष्ट्रपति खाल्तमा बत्तूलगा और मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहमम्द भी उपस्थिति रहेंगे। तीन दिवसीय कार्यक्रम में चीन, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और इंडोनेशिया समेत अन्य देशों के मंत्रिमंडल के सदस्य भी भाग लेंगे। मोदी को फोरम के लिए मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।