कोटा./इटावा/अयाना. अयाना कस्बे में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। शव का इटावा में पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। पोस्टमार्टम के दौरान पीहर पक्ष के लोगों ने जमकर हंगामा किया। मृतका के पिता परसराम गर्ग ने पति और ससुराल पक्ष पर बेटी को प्रताड़ित कर हत्या करने का आरोप लगाया तथा दोषियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की। हंगामा बढ़ने के बाद पुलिस ने हत्या के मामले में दी पीहर पक्ष के लोगों की रिपोर्ट को जांच में रखकर कार्रवाई शुरू कर दी।
अयाना थाना प्रभारी राजेन्द्र मीणा ने बताया कि नेहा जैन (40) पत्नी जुगल किशोर की मृत्यु हो गई है। जिसका शव इटावा अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। मृतका के सुसराल पक्ष के लोगों ने बताया कि नेहा ने घर पर फंदा लगाकर आत्महत्या की है। वहीं मृतका के पिता परसराम गर्ग ने बताया कि नेहा की शादी 1996 में की थी। शादी के कुछ समय बाद से ही उसका पति और उसके ससुराल पक्ष के लोग उसे प्रताड़ित करते थे। जिसको लेकर कई बार उसने उनको बताया था मगर वे समझाइश कर मामले को टाल देते थे। उसका पति आए दिन शराब पीकर मारपीट करता था। मृतका के पिता ने बताया कि नेहा के पति जुगल किशोर और उसके परिजनों ने ही नेहा को मारा है। मृतका के 20 और 11 साल के दो बेटे हैं। अयाना थानाधिकारी राजेंद्र मीणा ने बताया कि मृतका के पुत्र संदीप ने अपने पिता के खिलाफ मां को प्रताडित करने की रिपोर्ट दी है। जिस पर गहनता से जांच की जा रही है। घटनास्थल की विडियोग्राफी तैयार करवा ली गई है।
मोर्चरी के बाहर किया जमकर हंगामा
चिकित्सकों की टीम पोस्टमार्टम करने जाने लगी तो मृतका के पीहर पक्ष के लोगों ने मोर्चरी के बाहर हंगामा खड़ा कर दिया। उन्होंने ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ प्रताड़ित, मारपीट कर हत्या करने का मामला दर्ज करने और उनको गिरफ्तार करने की मांग करने की मांग की। हंगामा बढ़ता देख ससुराल पक्ष के लोग जीप लेकर अस्पताल से भागने लगे तो पीहर पक्ष के लोग जीप के आगे लेट गए। सूचना मिलने पर डीएसपी सुरेंद्र शर्मा अस्पताल पहुंचे और घटना की जानकारी ली। उन्होंने पीहर पक्ष के लोगों से समझाइश कर दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की बात कही। मगर पीहर पक्ष के लोग नहीं माने और करीब 2 घंटे तक हंगामा चलता रहा। इस दौरान अस्पताल के सामने भारी भीड़ जमा हो गई। इसके बाद डीएसपी ने परिजनों से दुबारा रिपोर्ट देने को कहा। जिसके बाद शर्मा ने थानाधिकारी को मामला दर्ज करने और उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिसके बाद डॉ. जयकिशन मीणा, डॉ. अरुणा और डॉ. दुर्गेश विश्वास ने मृतका का पोस्टमार्टम कर जांच के लिए विसरा लिया। पोस्टमार्टम के बाद मृतका का शव उसके बेटे संदीप और ससुराल पक्ष को सौंप दिया। जिसे परिजन अयाना ले गए जहां पुलिस की मौजूदगी में मृतका का अंतिम संस्कार किया गया।