कोटा. कुन्हाडी थाना क्षेत्र में लैण्डमार्क स्थित एक हॉस्टल के रसोईघर में गुरुवार को आग लग गई। इसमें हॉस्टल का एक कर्मचारी झुलस गया। यहां रह रहे कोचिंग विद्यार्थियों ने घबराने की जगह सुझबूझ का परिचय दिया, इससे बड़ा हादसा टल गया, वहीं दमकल के भी तत्काल मौके पर पहुंंच जाने से आग पर जल्दी ही काबू पा लिया गया। सहायक अग्निशमन अधिकारी देवेंद्र गौत्तम ने बताया कि लैंडमार्क सिटी में सुखमणी रेजीडेंसी के नाम से एक बॉयज हॉस्टल है। इस हॉस्टल में कुल 99 कमरे बने हुए हैं। वर्तमान में यहां 77 कोचिंग विद्यार्थी रह रहे हैं। रसोइयों द्वारा किचन में शाम को तीन गैस चूल्हों पर खाना तैयार किया जा रहा था। इसी दौरान एक कॉमर्शियल सिलेंडर में गैस समाप्त हो गई। रसोइयों ने खाली की जगह दूसरा सिलेंडर लगाने की कोशिश की। सिलेंडर की नॉब खोलते ही पहले से लीकेज इस सिलेंडर से गैस निकलने लगी। गैस ने किचन में जल रहे दो अन्य चूल्हों से आग पकड़ ली। कुछ ही देर में आग से किचन के प्लाई के दरवाजे तथा फ्रीज आदि सामान ने आग पकड़ ली। आग से रसोई के कांच टूट गए। इस दौरान किचन के पास से गुजर रहे कुछ विद्यार्थियों ने जान जोखिम में डालकर पास में पड़ी सिलेण्डर की नॉब उठाकर उससे लीकेज गैस सिलेंडर को बंद कर दिया। इसके बाद इस सिलेंडर को उठाकर बाहर ले गए। इतनी देर में सूचना मिलने पर एक दमकल भी मौके पर पहुंच गई। दमकल ने कुछ ही देर में आग पर काबू पा लिया। विद्यार्थियों की सूझबूझ और दमकल के समय पर पहुंचने से बड़ा हादसा टल गया। आग लगने की सूचना के बाद हास्टल में विद्यार्थियों में अफरा-तफरी मच गई, वे हॉस्टल से बाहर आ गए। आग से यहां बर्तनों की सफाई कर रहा सुरेश हरिजन झुलस गया। हॉस्टल संचालकों द्वारा इसे तुरंत एमबीएस अस्पताल पहुंचाया गया। यहां पर सुरेश की हालत खतरे से बाहर है।