कोटा. हमारे चुने हुए जनप्रतिनिधि या तो इतने व्यस्त हैं कि उन्हें जनता की सुविधा के लिए सुझाव देने तक की फुर्सत नहीं है या फिर वे मात्र आदेश देने में ही विश्वास रखते हैं। आपसी विचार विमर्श के साथ अपनी बात रखना उन्हें नहीं भाता। पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अजय विजयवर्गीय के साथ कोटा मण्डल के क्षेत्राधिकार में आने वाले संसदीय क्षेत्रों से सम्बन्धित सांसदों की बैठक में ‘माननीयों’ की उपस्थित से तो यही साबित होता है।
रेलवे की ओर से शुक्रवार को कोटा के उम्मेद भवन पैलेस में यह बैठक रखी गई थी, जिसमें 13 सांसदों को आना था, लेकिन टोंक-सवाईमाधोपुर के सांसद सुखवीरसिंह जौनपुरिया तथा भरतपुर की सांसद रंजिता कोली को छोड़कर कोई भी सांसद बैठक में शामिल नहीं हुआ। उपस्थित हुए, वहीं 8 सांसदों ने अपने प्रतिनिधि बैठक में भेजे। वहीं तीन सांसदों ने प्रतिनिधि भी नहीं भेजे। सांसद जौनपुरिया व रंजिता कोली भी बैठक को बीच में ही छोड़ कर चले गए। ऐसे में जीएम को सांसद प्रतिनिधियों के साथ ही बैठक करनी पड़ी। ऐसे में अधिकारियों की भी बैठक को लेकर रुचि कम हो गई। सांसद सुखवीर जौनपुरिया ने सवाईमाधोपुर में सीसीटीवी कैमरे लगाने, निशुल्क इन्टरनेट वाई-फाई सेवा प्रदान करने तथा स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की मांग की। रंजिता कोली ने नन्दादेवी एक्सप्रेस का उनके क्षेत्राधिकार के प्रमुख स्टेशनों पर ठहराव देने तथा भरतपुर में यात्री सुविधाओं में बढ़ोत्तरी की मांग रखी। बैठक में मण्डल रेल प्रबन्धक यूसी जोशी ने प्रोजेक्टर के माध्यम से पावर प्वाइंट प्रजेंन्टेशन देकर कोटा मण्डल से सम्बन्धित प्रमुख उपलब्धियों एवं अब तक दी गई यात्री सुविधाओं के बारे में अवगत कराया। सांसद प्रतिनिधियों ने बैठक में अपने-अपने क्षेत्र से सम्बन्धित यात्री सुविधाओं के विस्तार, रेलगाडियों के ठहराव, विकास कार्यों में गति लाने आदि विषयों पर सुझाव रखे तथा महाप्रबन्धक के साथ विचार-विमर्श किया।