संदेश न्यूज। कोटा.
मौत का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं, जांच के लिए भेजा जाएगा विसरा
हथिनी ‘गंगा’ का रविवार को वन विभाग ने देवली अरब स्थित नर्सरी में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया। पशु चिकित्सक डॉ. गणेश दाधीच की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड में डॉ. अवनी राठौर व डॉ. विलासराव भी शामिल थे। पोस्टमार्टम सुबह 9 से शुरू हुआ, जो करीब तीन घंटे तक चला। पोस्टमार्टम करने के दौरान मेडिकल बोर्ड द्वारा गंगा का विसरा और अन्य जरूरी सैंपल लिए गए। ये सैंपल भारतीय पशु अनुसंधान संस्थान बरेली की हेस्टो लैब में भेजे जाएंगे। साथ ही विसरा के सैंपल रावतभाटा रोड स्थित फोरेंसिक लैब में भेजे जाएंगे। मेडिकल बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. गणेश दाधीच ने बताया कि गंगा की उम्र करीब 70 साल थी, उसके ऑर्गन फेल्योर हो गए थे। जिसके कारण वो सांस नहीं ले पा रही थी। पोस्टमार्टम के बाद उसको देवली अरब नर्सरी में जेसीबी मशीन से बड़ा गड्डा खोदकर दफना दिया गया। पोस्टमार्टम के दौरान वन विभाग कार्यवाहक उपवन संरक्षक तरूण मेहरा, लाडपुरा तहसीलदार ओम प्रकाश दाधीच, बोरखेड़ा थानाधिकारी हरेन्द्र सिंह, लाडपुरा रेंजर संजय नागर आदि मौजूद रहे।
ब्रेन और श्वास नली को नहीं खोला
मौत के कारणों का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम के दौरान हथिनी गंगा के ब्रेन (दिमाग) और श्वांस नली को नहीं खोला गया। हाथिनी का वजन भी नहीं कराया गया। जिसको लेकर वन्यजीव पे्रमियों में आक्रोश है। वहीं इस मामले में डॉ. गणेश दाधीच ने कहा कि ब्रेन व श्वास नली को खोलने की हमें आवश्यकता नहीं पड़ी, इसलिए नहीं खोला गया। आवश्यक होता तो उसे खोला जाता।