ह्यूस्टन. अमेरिका के टेक्सास प्रांत के इस शहर ने रविवार को ‘मिनी भारत’ का रूप ले लिया, जहां सड़कों पर बड़ी संख्या में भारतीय और तिरंगे के रंग पटे नजर आए वहीं विशाल एनआरजी फुटबॉल स्टेडियम में भारत की विविधता में एकता की संस्कृति की भव्य झलक दिखाई दी। भारतीय प्रवासी समुदाय द्वारा आयोजित हाउडी मोदी शो में मोदी तथा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ऐतिहासिक संबोधन से पहले भारतीय मूल तथा अमेरिकी कलाकारों ने लगभग डेढ घंटे तक दोनों देशों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रंगारंग प्रस्तुति की। कार्यक्रम में 27 समूहों के लगभग 400 कलाकारों ने अपनी विधाओं से समा बांध दिया जिससे दर्शक झूम उठे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत सिख समुदाय के एक समूह द्वारा पवित्र गुरूवाणी के साथ हुई। इसके बाद भारत के विभिन्न राज्यों के लोकनृत्यों की प्रस्तुति से माहौल खुशरंग बन गया। ढोल की थाप पर हुए भंगड़े के दौरान बड़ी संख्या में दर्शक थिरकते नजर आए। स्टेडियम में मौजूद सैकड़ों लोगों ने अपने चेहरों पर तिरंगे के रंग लगाए हुए थे। महाराष्ट्र के मशहूर नासिक ढोल और गुजरात की लोकप्रिय गायक फाल्गुनी पाठक ने अपनी टीम के साथ अलग ही समां बांध कर सबका मन मोह लिया। भारतीय मूल के 16 वर्षीय किशोर स्पर्श शाह ने राष्ट्र गान जन गण मन गाकर समूचे स्टेडियम को राष्ट्र प्रेम की भावना से भावविभोर कर दिया। मोदी के आने से लगभग दो घंटे पहले ही उत्साहित लोगों का स्टेडियम जमावड़ा हो गया और उन्होंने उत्साह में भारत माता की जय, मोदी, मोदी तथा ‘जब तक सूरज चांद रहेगा भारत तेरा नाम रहेगा’ के नारों से गुंजायमान कर दिया। दर्शकों में युवा, बच्चे, महिला और बुजुर्गों सहित कलाकार शामिल थे। इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भारत एवं अमेरिका की संस्कृति का समागम दिखाई दिया। काले रंग की चेक वाली जैकेट, हल्के पीले कुर्ते एवं सफेद पाजामे

में जैसे ही मोदी मंच पर पहुंचे तो सभी अमेरिकी सांसदों ने खड़े होकर तालियों से उनका स्वागत किया। स्टेडियम में मौजूद हर शख्स रोमांचित हो उठा और स्टेडियम मोदी मोदी के नारों से गूंज उठा। मोदी ने सभी सांसदों से हाथ मिला कर मुलाकात की। लोगों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया। मेयर ने मोदी को सम्मान स्वरूप ह्यूस्टन शहर की चाबी सौंपी। मैरीलेंड के सांसद स्टेनी होयर ने मोदी का औपचारिक स्वागत किया। इसके बाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को ध्यान में रखकर दोनों देशों के युवा कलाकारों के एक दल ने बापू के प्रिय भजन वैष्णव जन तो तेने रे कहिए… का फ्यूजन पेश किया। बाद में एक अमेरिकी नृत्यांगना ने बापू के प्रिय भजन की धुन पर कत्थक नृत्य प्रस्तुत किया।