संदेश न्यूज। कोटा.
नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने गुरुवार को कहा कि चम्बल नदी के किनारे की बस्तियों में बाढ़ से प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए राज्य सरकार ने 3600 भूखंडों की योजना बनाई है। बार-बार की बाढ़ की परेशानी से बचने के लिए यहां रह रहे लोगों को पुनर्वास के प्रस्ताव पर विचार करना चाहिए। धारीवाल ने लगातार दूसरे दिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद यह बात कही।
नगरीय विकास मंत्री धारीवाल सबसे पहले गांवड़ी क्षेत्र में उन लोगों से मिले, जिनके बाढ़ के पानी से मकान ढह गए थे। उसके बाद एक नुक्कड़ सभा भी की। वहां से दोस्तपुरा जाकर पीड़ित परिवारों से बातचीत की। इस दौरान धारीवाल ने उनसे पूछा, ‘क्या किसी ने इससे पहले चम्बल में इतना अधिक पानी देखा?, लोगों ने जवाब दिया कि अपनी जिंदगी में तो ऐसा पानी नहीं देखा। तो धारीवाल ने कहा, जब नहीं देखा तो सोच लो इससे भी भयानक बाढ़ आ सकती है। वक्त का कोई भरोसा नहीं है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाढ़ पीड़ितों के लिए एक योजना बनाई है। उस योजना में 3600 भूखंड हैं। अगर लोग इस योजना में शिफ्ट होना चाहते हैं तो हम उनका पुनर्वास करने को तैयार हैं, लेकिन शर्त ये है कि पुनर्वास पूरी बस्ती का होगा न कि एक दो व्यक्तियों का। यह बात सुनकर करीब 10-15 लोग तो तत्काल ही तैयार हो गए। अगर लोग यहीं रहेंगे तो सरकार मुआवजा देगी। तात्कालिक सहायता के रूप में सरकार की तरफ से 3800 रुपए प्रत्येक पीड़ित के खाते में पहुंचा दिए गए हैं। ताकि पीड़ित लोग आटा, अनाज, बर्तन सहित जरूरी सामान खरीद सके। शेष राशि का भुगतान भी जल्द कराया जाएगा। उन्होंने यह बात दोहराई कि किसी को भी मुआवजे से वंचित नहीं रहने देंगे। तीन तरह से सर्वे कराकर सूचियां तैयार की गई हैं। फिर भी किसी का नाम छूट गया हो तो बता दे, जांच कराकर नाम जोड़ दिया जाएगा। साथ में ये थे मौजूद: बाढ़ पीड़ितों से मिलने के दौरान मंत्री धारीवाल के साथ शहर जिला कांगे्रस अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी, प्रदेश सचिव शिवकांत नन्दवाना, पीसीसी सदस्य डॉ. जफर मोहम्मद, हाड़ौती विकास मोर्चा के अध्यक्ष राजेन्द्र सांखला, नेता प्रतिपक्ष अनिल सुवालका, ब्लॉक अध्यक्ष राजीव आचार्य, कांगे्रस नेता हेमंत चतुर्वेदी, युनुस अली भुट्टो, हरिओम सुमन, पूर्व पार्षद रघुराज सिंह हाड़ा
मौजूद थे।
तात्कालिक सहायता मिल गई, अब मुआवजे के लिए धैर्य रखें
नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने गुरुवार शाम को नयापुरा स्थित मॉन्टेसरी स्कूल और हरिजन बस्ती नयापुरा में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। इस दौरान धारीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हेलिकॉफ्टर से बाढ़ के हालात देखे थे। यहां की स्थिति देख उन्होंने बाढ़ का पानी उतरते ही 3800 रुपए की सहायता प्रत्येक परिवार को तत्काल देने के निर्देश दिए थे। यह सहायता मिल चुकी है। अब नुकसान का सर्वे करवाकर उचित मुआवजा नियमानुसार किया जाएगा। इसमें 4 से 5 माह का समय लग सकता है। आप लोग विश्वास रखें। पहले भी हमने आपकी मदद की थी। आगे भी करते रहेंगे। नयापुरा हरिजन बस्ती में आयोजित नुक्कड़ सभा में जब धारीवाल ने कहा कि अगर बाढ़ पीड़ित यहां से जाना चाहते हैं तो उनका पुनर्वास हम करेंगे, इस पर बस्ती के लोगों ने कहा कि हमारा तो पुनर्वास कर ही दो। इस पर धारीवाल ने कहा कि पूरी बस्ती के लोग सहमति बनाकर पट्टे एकत्रित कर लें। उनको हम पुनर्वास कर जमीन भी देंगे और 2 लाख रुपए का मकान भी बनाकर देंगे। इस अवसर पर नगर विकास न्यास के विशिष्ट सलाहकार आरडी मीणा, यूआईटी उपसचिव अम्बालाल मीणा, नगर निगम के अधीक्षण अभियंता पे्रम शंकर शर्मा, युवा नेता अब्दुल कलीम मंटू भाई, शंकर नरवाला व सत्यनारायण तम्बोली आदि मौजूद रहे।
बाढ़ से हुआ नुकसान देख भावुक हो गए धारीवाल
धारीवाल ने गांवड़ी क्षेत्र में जल भराव वाले स्थानों पर प्रभावित परिवारों के घरों में जाकर स्थिति का जायजा लिया। घरों में जल भराव के निशान एवं नष्ट हुए सामान को देखकर मंत्री भी भावुक हो गए। उन्होंने आत्मीयता से प्रभावित परिवारों को आश्वस्त किया कि नुकसान के पूर्ण सर्वे के उपरांत नियमानुसार समय पर मदद दी जाएगी। यहां महिला धनकंवर ने बताया कि कुछ ही दिनों बाद बेटी का विवाह किया जाना था जिसके लिए सामान सहेजकर रखा था। मकान क्षतिग्रस्त होने के साथ सब सामान भी मिट्टी में दब गया। धारीवाल ने आश्वस्त किया कि सरकार एवं सामाजिक संगठन ऐसे परिवारों के साथ हैं। नुकसान की भरपाई के पूरे प्रयास किए जाएंगे। धारीवाल ने यहां 388 प्रभावित परिवारों की सूची पढ़कर सुनाई। उन्होंने आफिसर्स क्लब में प्रशासन द्वारा बनाए आश्रय स्थल पर मौजूद परिवारों से नुकसान की जानकारी ली।
राजस्थान को भी बाढ़ राहत पैकेज दे केंद्र सरकार
धारीवाल ने कहा कि चम्बल रिवर फ्रंट के प्रथम चरण में कोटा बैराज से नयापुरा छोटी पुलिया तक ऊंची दीवार बनाई जाएगी। प्रथम चरण का काम होने के बाद दूसरे चरण में नयापुरा पुलिया के आगे के हिस्से में दोनों किनारों पर ऊंची दीवार बनेगी। रिवर फ्रंट से बनने के बाद बाढ़ की समस्या का भी समाधान हो जाएगा। पत्रकारों के सवाल किया कि भाजपा शासित राज्यों को केंद्र ने बाढ़ राहत पैकेज दे दिया, राजस्थान के लिए ऐसा क्यों नहीं हुआ? इस पर मंत्री धारीवाल ने जवाब दिया कि केन्द्र सरकार को अब तक पैकेज दे देना चाहिए था, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मदद का भरोसा लोगों को देकर गए हैं। मदद कब तक करेंगे, ये तो वो ही बताएंगे।