संदेश न्यूज। कोटा.
हाड़ौती सर्जिकल सोसायटी एवं एसोसिएशन फिजिशियंस आॅफ इंडिया कोटा चेप्टर के तत्वावधान में रविवार शाम को यूरोलॉजी अपडेट कार्यशाला में प्रमुख चिकित्सकों ने भाग लिया। झालावाड़ रोड़ स्थित एक हॉटल में आयोजित कार्यशाला में मुख्य अतिथि मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना ने कहा कि राजस्थान की भौगोलिक स्थिति के कारण पश्चिमी राजस्थान में गुर्दा,मूत्र नली यूरेटर की यूरेनरी क्रेप्ट इंफेकशंस बीमारियां काफी पाई जा रही है। इसके इलाज के लिए लम्बे समय तक एंटीबॉयोटिक दवाईयों पर निर्भर रहना पड़ता है। कार्यशाला में नई नवीनतम जानकारियों से चिकित्सकों को अपडेट रहना होगा, जिसका लाभ मरीजों को मिलेगा। ताजा जानकारी से बीमारियों के कारण, निदान एवं निवारण में मदद मिलेगी। कार्यशाला में अध्यक्षता करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस तंवर ने कहा कि कार्यशाला से बिना चीर फाड़ के इलाज में मदद मिलेगी। हाड़ौती सर्जिकल सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. आरएस मीणा एवं एपीआई कोटा चेप्टर के अध्यक्ष डॉ. एस जेलिया ने यूरोलॉजी अपडेट में आमंत्रित अनुभवी एवं सीनियर फेकल्टीज ने विभिन्न विषयों पर वीडियो एवं स्लाइड प्रजेंटेशन के माध्यम से अपने व्याख्यान दिए। सीनियर फिजिशियन डॉ. केके पारीक ने यूरेनरी क्रेप्ट इंफेक्शन के कारणों एवं उपचार पर व्याख्यान दिए। एचएचएस के सचिव एवं सीनियर एंडो लेप्रोस्कोपी सर्जन डॉ. एसके गोयल ने पीसीएनएल सर्जरी द्वारा गुर्दे की पथरी के इलाज के विभिन्न पहलुओं पर पॉवर पाइंट प्रेजेंटेशन में बताया कि अत्याधुनिक रिट्रोग्रेड इंट्रा रेनल सर्जरी हेल्मियम लेजर लिथोट्रिप्सी तकनीक द्वारा बिना चीरफाड़ के गुर्दे की पथरी का इलाज किया जाता है।