संदेश न्यूज। कोटा.
दी एसएसआई एवं डिविजनल एम्पलोयर एसोसिएशन कोटा द्वारा ईपीएफ,ईएसआई एवं श्रम कानून मे आए संशोधनों पर सेमिनार का आयोजन पुरूषार्थ भवन में किया गया। सेमिनार में प्रदीप झा संयुक्त श्रम आयुक्त, रामनिवास बैरवा पूर्व आयुक्त भविष्य निधि विभाग, आरपी शर्मा शाखा प्रबंधक ईएसआई कोटा द्वारा अपने अपने क्षेत्र में बने कानून व नियमों में आए परिवर्तन व संशोधनों पर विचार व्यक्त किए। श्रम आयुक्त प्रदीप झा ने कहा कि श्रम कानूनों में सुधार के पहले कदम के रूप में, नवगठित सरकार ने 44 श्रम कानूनों को 4 कोड मजदूरी, सामाजिक सुरक्षा, औद्योगिक सुरक्षा और कल्याण-औद्योगिक संबंधों में विलय करने की योजना बनाई है। उन्होंने बताया कि जो व्यक्ति 2 लाख रुपए का परिश्रमिक पाता है वह अपने किसी विवाद के लिए न्यायालय में नहीं जा कर लेबर कोर्ट में अपना केस कर सकते हैं। एसएसआर्ई के संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल ने कहा कि 4 कोड कानून को नियोक्ता के लिए कड़ा बताते हुए कहा कि एक और पूरी जनता मोटर व्हीकल कानून में जुर्माने को 4 गुना करने पर चिंतित थे, जबकि श्रम विभाग ने अपने पेलेन्टी को 10 गुना कर दिया है। ऐसे में व्यापारियों का हित प्रभावित होता है। उन्होंने विभिन्न रिकॉर्ड को रखने की व्यवस्था के लिए एक निश्चित समय सीमा के निर्धारण पर जोर दिया। एसएसआई के अध्यक्ष गोविन्द कमलदीप सिंह ने भविष्य निधि से प्राप्त होने वाले लोन पर कहा कि सभी औपचारिकताओं की पूर्ति के बाद भी कर्मचारियों को सालों तक इंतजार करना होता है और
वह समय पर लाभांवित नहीं हो पाता है।
रीको का फरमान कोचिंग व्यवसाय पर सीधा हमला : माहेश्वरी
कोटा. रीको मुख्यालय जयपुर की ओर से कोटा के औद्योगिक क्षेत्र के हॉस्टलों के लिए जारी आदेश को तुगलकी फरमान बताते हुए कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि ये आदेश कोचिंग व्यवसाय पर सीधा हमला है। पिछले दिनों औद्योगिक क्षेत्र में निरस्त किए गए भूखण्डों के अधिग्रहण की कार्यवाही रीको द्वारा शुरू की गई, इस आदेश में कहा गया है कि निरस्त किए गए भूखण्डों से स्थापित उद्यमियों को बेदखल कर कब्जा लेवे और उसके बाद उन भूखण्डों की तीन माह के अन्दर नीलाम करने की कार्यवाही की जाए। माहेश्वरी ने कहा कि रीको के इस फरमान ने कोटा के व्यापार एवं उद्योग का दिल दहला दिया है, व्यापार एवं उद्योग में आ रही आर्थिक मंदी के चलते अन्य कोई संसाधन कोटा शहर में व्यवसाय करने के नहीं रहे है, एक मात्र कोटा को रोजी रोटी एवं रोजगार देने वाला यहां के मुख्य व्यवसाय कोचिंग का भी माहौल बिगाड़ने की पूरी तैयारी की गई है। यह एक बड़ी साजिश के तहत किया जा रहा है जो असहनीय है। कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि रीको द्वारा कोटा के व्यापार एवं उद्योग जगत पर सीधा कुठाराघात किया जा रहा है जिसे कतई सहन नहीं किया जाएगा। कोटा व्यापार महासंघ कोटा के उद्यमियों पर आए इस संकट की घड़ी में कोटा व्यापार महासंघ अन्तिम चरण तक उनके साथ इस लड़ाई को लड़ेगा और कोटा में शैक्षणिक माहौल को नहीं बिगड़ने दिया जाएगा।