केशोराय पाटन.
देवस्थान विभाग ओर पुरातत्व विभाग की अनदेखी के चलते जर्जर रही है केशवदेव भगवान के मंदिर की प्राचीन शिल्प कला श्रद्धालुओं में रोष। केशोरायपाटन में राजकीय प्रत्यक्षभार के भगवानकेशवरायजी के मंदिर पर शिल्प कला जर्जर होती जा रही है 400 साल पुराने इस प्राचीन स्थापत्य कला को संरक्षित करने के लिए ना तो देवस्थान विभाग ना ही कार्यकारी एजेंसी के रूप में कार्य कर रहा पुरातत्व विभाग गंभीर नहीं है हालत यह है कि मंदिर पर केमिकल वास काउंटिंग सहित अन्य वाशिंग किए जाने के बाद भी मंदिर के अंदर स्थापत्य कला से जुड़ी मूर्तियां टूट कर गिर रही हैं मंदिर के गर्भ गृह और और आसपास के दरवाजों के ऊपर से कई बार पत्थर गिर चुके हैं लेकिन मंदिर की इस पूरा स्थापत्य कला को संभालने के लिए कोई भी विभाग गंभीरता से लेने के लिए तैयार नहीं है जिसके चलते यह मंदिर जर्जर होता जा रहा है आम लोगों में मंदिर के संरक्षण और व्यवस्थाएं सुधारने के लिए सार्वजनिक ट्रस्ट बनाने की मांग की है लोगों का कहना है कि व्यवस्था विभाग मंदिर की व्यवस्थाओं को और मंदिर के संरक्षण को ठीक ढंग से नहीं कर पा रहा है इसलिए सरकार की देखरेख में मंदिर का सार्वजनिक ट्रस्ट बनना जरूरी है ताकि मंदिर की व्यवस्था सुधर सके और मंदिर को स्थापत्य कला संरक्षित हो सके हालत यह है कि मंदिर में देवस्थान विभाग केवल मात्र एक कर्मचारी की भरोसे पूरी व्यवस्थाएं देखने में लगा है वही मंदिर की परिक्रमा और अन्य परिसरों की सफाई देवस्थान विभाग द्वारा ना करवाई जाकर नगर पालिका के द्वारा करवाई जा रही है मंदिर पर सुरक्षा के नाम पर कोई कर्मचारी मौजूद नहीं है ऐसे में बाहर से आने वाले श्रद्धालु भी मंदिर की व्यवस्थाओं को देखकर संतुष्ट नहीं है तथा मंदिर की जर्जर होती स्थापत्य कला और अव्यवस्थाओं को लेकर देवस्थान विभाग को दोषी बताया जा रहा है।