संदेश न्यूज। कोटा.
कैथून और उसके आसपास के गांवों में बनने वाले कोटा डोरियों को अब नई पहचान देने के लिए सेंट जोसेफ गु्रप कदम बढ़ाएगा, इसके लिए इंग्लैंड से एक्सपर्ट बुलाकर टीम तैयार की जाएगी, ये टीम कोटा जिले के बुनकरों को नई डिजाइन के फार्मेट बनाकर माल तैयार करवाएगा, तैयार माल की बिक्री के लिए हर माह में एक मार्केट सेल भी लगवाई जाएगी। सेंट जोसेफ समूह खेड़ा रसूलपुर को गोद लेकर वहां की 30 महिला बुनकरों को नए नवाचारों से ट्रेनिंग देगा। सेंट जोसेफ ग्रुप के चेयरमैन डॉ. अजय शर्मा ने पत्रकार वार्ता में बताया कि वे गत् दिनों इंग्लैंड गए थे, वहां उनके शिक्षा के विकास, विस्तार और विमर्श के क्षेत्र में दिए गए योगदान को इंग्लैंड द्वारा सराहा । डॉ. अजय शर्मा को लॉर्ड स्वराज और लार्ड पोपट की सिफारिश पर ब्रिटिश सरकार ने उन्हें भी लॉर्ड की उपाधि से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान प्राप्त करने वालों को ब्रिटेन द्वारा विशेष महत्व दिया जाता है। प्रेसवार्ता में डॉ. शर्मा ने बताया कि लंदन की यात्रा के दौरान उनकी वहां ब्रिटेन के कुछ भारतवंशियों, वहां के शिक्षाविदों व शिक्षण संस्थाओं के संचालकों से भी मुलाकात हुई। इस मुलाकात में कुछ धर्मगुरू भी शामिल थे। इस दौरान भारतीय संस्कृति व शिक्षा पद्धति पर दिए गए वक्तव्य से प्रभावित हुए और भारतीय शिक्षा व स्किल ट्रेनिंग के द्वारा समाज सेवा के विकास में योगदान देने की इच्छा जताई। नवाचारों व हाइटेक एजुकेशन को सुनने के बाद स्थानीय शिक्षण संस्थानों द्वारा मिलकर डॉ. शर्मा को लॉर्ड की उपाधि देने का निर्णय लिया गया। इस उपाधि से संबंधित दस्तावेज भी उन्हें एक सादा समारोह में स्थानीय शिक्षण संस्थान में सौंपे गए। लॉर्ड की उपाधि मिलने के बाद डॉ. शर्मा अब भारतीय शिक्षा पद्धति का विस्तार इंग्लैंड में भी कर सकेंगे। उन्हें वहां भूमि आवंटित करने के बाद, वहां शिक्षण संस्थान के लिए भी प्रस्ताव दिया गया है। इसके साथ ही इस शिक्षण संस्थान को इंग्लैंड के ही धनाढ्यों द्वारा मदद देने का प्रस्ताव दिया गया है।