संदेश न्यूज। कोटा.
रियासतकालीन 126वें राष्ट्रीय दशहरा मेला के अवसर पर रावण दहन इस बार 8 अक्टूबर को होगा। सोमवार को रावण कुनबे सहित मैदान में आ डटेगा। खासियत यह है कि इस बार रावण सेमी वाटरप्रुफ होगा, इस पर पेंट ऐसा किया गया है जो कि हल्की बरसात में उतरेगा नहीं और रावण को गलने से बचाएगा। रविवार देर रात तक रावण दहन स्थल पर रावण सहित मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतलों को खड़े करने के लिए लकड़ी का पेड़ा बांधने सहित अन्य तैयारियां शुरू कर दी गई। इस बार रावण 101 फीट व कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतले 55-55 फीट के होंगे। रावण दहन शाम 7.31 बजे से 7.51 के मध्य होगा। मेला अधिकारी व उपायुक्त कीर्ति राठौड़ ने बताया कि रावण दहन से पहले गढ़ पैलेस स्थित दरीखाने से राजसी वैभव के साथ भगवान लक्ष्मीनाराणजी की सवारी शाम 5 बजे रवाना होगी। कोटा राजपरिवार के सदस्य रावण वध करने शोभायात्रा के साथ पहुंचेंगे। विधिवत रावण दहन होगा। रावण दहन के दिन सुरक्षा की दृष्टि से निगम प्रशासन ने रावण चौक के आसपास बै्रकेटस व लकड़ी की बल्लियां लगाकर सुरक्षा क पुख्ता बंदोबस्त पुलिस के निर्देशन में पूरे कर लिए है।मेला अध्यक्ष राममोहन मित्रा ने बताया कि दिल्ली के अनीस ने अपनी टीम के साथ करीब एक माह 3 दिन की मेहनत से रावण-कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतले तैयार किए हैं। रावण की मल्टीकलर की ड्रेस में नजर आएगा। सेमीवाटर पू्रफ भी रहेगा। मित्रा ने बताया कि रावण दहन स्थल के पास ही शाम 5 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।
गर्दन हिलाएगा, तलवार चलाएगा व अट्हास भरेगा रावण
सहायक मेला अधिकारी प्रशांत भारद्वाज ने बताया कि इस दफा भी रावण तलवार चलाएगा, आंखें टिमटिमाएगा, गर्दन घुमाएगा और अट्टहास करेगा। कुंभकर्ण व मेघनाद भी तलवार घुमाएंगें। माइक सिस्टम के जरिए संचालनकर्ता दहन के दौरान रावण से जुड़ी बाते बताएंगे।
सजने लगा मेला, लगने लगे झूले चकरी व बाजार
कोटा. दशहरा मैदान परिसर में रविवार को भी बाजारों में दुकानदार दुकानों को लगाने के लिए तैयारी करते नजर आए। आशापुरा माता मंदिर के पीछे लगने वाला झूला बाजार में झूले लगने का काम तेजी से चल रहा है। यहां कई नए झूले चकरी लगने लग गए है।
कच्चे दुकानदारों का धरना समाप्त
कच्ची भूमि दुकानदार संघ मेला दशहरा का 4 दिन से चला आ रहा धरना रविवार को राजस्व समिति अध्यक्ष महेश गौतम लल्ली द्वारा समाप्त करवाया गया। संघ अध्यक्ष शंकर नागर ने बताया कि कच्ची भूमि के सभी 65 व्यापारियों को दुकानें आवंटित करवा दी गई, 30 दुकानदारों को कच्ची भूमि में दुकानें आवंटित के करवाई एवं शेष बचे व्यापारियों को पक्की दुकानों में रियायती दरों पर दुकानें आवंटित कराई गई। इस निर्णय से सभी कच्ची भूमि दुकानदार संघ के व्यापारियों ने संतुष्ट होकर धरना समाप्त करने की घोषणा की और सभी व्यापारियों ने आज अपनी-अपनी दुकानों की रसीदें कटवा ली गई।