संदेश न्यूज। कोटा.
रेलवे कॉलोनी थाना क्षेत्र में करीब दर्जन से लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया। इस हमले में दो जवान घायल हो गए। घायलों का इलाज एमबीएस अस्पताल में करवाया गया। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस ने बताया कि शनिवार को रेलवे कॉलोनी तुल्लापुरा के पास हरिजन बस्ती में कुछ लोगों में झगड़ा हो गया था। दोनों पक्षों ने थाने में रिपोर्ट दी थी। इस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस हिरासत में लेकर एक पक्ष के लोगों से पूछताछ कर रही थी। दूसरे पक्ष के लोगों को पकड़ने के लिए सिग्मा बाइक के जवान मोहित छिकारा तथा गोपाल हरिजन बस्ती गए थे। यहां पर आरोपियों को पकड़े जाने का विरोध करते हुए करीब एक दर्जन लोगों ने पत्थरों, लोहे के पाइप और डंडों से मोहित और गोपाल पर हमला कर दिया। इस हमले में मोहित का बायां हाथ टूट गया। गोपाल के पीठ में चोट आई। दोनों के अन्य जगह भी चोटें आर्इं। इसके बाद भी जैसे-तैसे एक आरोपी को पकड़कर दोनों थाने पहुंच गए। यहां से दोनों को एमबीएस अस्पताल पहुंचाया गया। यहां इलाज के बाद शाम को दोनों की छुट्टी कर दी गई। मोहित के हाथ पर फिलहाल कच्चा प्लास्टर बांधा है। मौके पर पहुंची पुलिस ने हरिजन बस्ती में आरोपियों की तलाश शुरू की। पुलिस ने बताया कि मामले में अक्षय, मोनू, गोलू, बंटी, रामू और श्यामू के नाम सामने आ रहे हैं। पुलिस माममले की जांच कर रही है।
वैध शराब के गोदाम हैं मुसीबत
कॉलोनी में रहने वाले रेल कर्मचारियों ने बताया कि यहां पर आए दिन झगड़ा होता है। इसका मुख्य कारण इस क्षेत्र में दिनभर खुले आम बिकने वाली अवैध शराब है। हरिजन बस्ती, रेलवे कॉलोनी, तुल्लापुरा और उड़िया बस्ती में दिनभर खुलेआम अवैध शराब बिकती है। नहर के पास खाली पड़े रेलवे आवास को शराब माफियाओं ने गोदाम बना रखा है। रेलवे द्वारा लगाए नटबोल्टों को तोड़कर शराब माफियाओं ने इन आवासों पर खुद का ताला लगा रहा है। इन अवासों से खुलकर शराब की सप्लाई की जाती है। रेलवे ने पहले भी हरिजन बस्ती में अवैध शराब बेचने वाली एक दुकान को तोड़ा था।
कॉलोनी में रहने वाले रेल कर्मचारियों ने बताया कि यहां पर आए दिन झगड़ा होता है। इसका मुख्य कारण इस क्षेत्र में दिनभर खुले आम बिकने वाली अवैध शराब है। हरिजन बस्ती, रेलवे कॉलोनी, तुल्लापुरा और उड़िया बस्ती में दिनभर खुलेआम अवैध शराब बिकती है। नहर के पास खाली पड़े रेलवे आवास को शराब माफियाओं ने गोदाम बना रखा है। रेलवे द्वारा लगाए नटबोल्टों को तोड़कर शराब माफियाओं ने इन आवासों पर खुद का ताला लगा रहा है। इन अवासों से खुलकर शराब की सप्लाई की जाती है। रेलवे ने पहले भी हरिजन बस्ती में अवैध शराब बेचने वाली एक दुकान को तोड़ा था।
कई बार हुए प्रयास
लोगों ने बताया कि हरिजन बस्ती अवैध रुप से रेलवे की जमीन पर बसी हुई है। रेलवे ने इस बस्ती को कई बार तोड़ने का प्रयास किया। लेकिन राजनीतिक दखलअंदाजी के चलते रेलवे को हर बार पीछे हटना पड़ा। बस्ती में शराबियों के कारण आसपास रेलवे कॉलोनी निवासियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
लोगों ने बताया कि हरिजन बस्ती अवैध रुप से रेलवे की जमीन पर बसी हुई है। रेलवे ने इस बस्ती को कई बार तोड़ने का प्रयास किया। लेकिन राजनीतिक दखलअंदाजी के चलते रेलवे को हर बार पीछे हटना पड़ा। बस्ती में शराबियों के कारण आसपास रेलवे कॉलोनी निवासियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।