इंदौर.
मध्यप्रदेश के लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने आज कहा कि सोयाबीन की खेती तथा सोया इंडस्ट्रीज को संरक्षित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। वर्मा यहां ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में ‘द सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया’ द्वारा आयोजित तीसरी इंटरनेशनल कॉनक्लेव को संबोधित कर रहे थे। सोया खेती तथा सोया उद्योग को संरक्षित करने कि दिशा में राज्य सरकार द्वारा कारगर कदम उठाएं जा रहें हैं। वर्मा प्रदेश में हुयी अतिवर्षा का जिक्र करते हुए कहा कि सोयाबीन की खेती तथा सोया इंडस्ट्रीज आज चुनौतियों के दौर से गुजर रही है। अति वर्षा से सोयाबीन की फसलें प्रभावित हुई हैं। इससे और चुनौतियां बढ़ गई हैं। राज्य सरकार संवेदनशील होकर सोयाबीन की खेती तथा सोया इंडस्ट्रीज को बचाने के लिये कार्य करेगी। वर्मा ने राज्य सरकार के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि सोयाबीन की खेती से किसानों के जीवन में तेजी से सुधार आया था। उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है। सोयाबीन लाभप्रद फसल है। आज यह सोयाबीन की खेती चुनौतियों का सामना कर रही है। इससे सोयाबीन की खेती से जुड़े किसान और सोया इंडस्ट्रीय के उद्योगपति प्रभावित हुए हैं। किसान और उद्योगपति दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। किसान और उद्योगपतियों को आपस में सीधा संवाद रखना चाहिए। उद्योगपति किसानों से सीधे सोयाबीन खरीदें, जिससे कि उन्हें उनकी उपज का पूरा भाव मिले। मुख्यमंत्री कमलनाथ की पहल पर राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में निवेश बढ़ाने के लिये उद्योगपतियों का मैग्नीफिसेंट एमपी कार्यक्रम 18 अक्टूबर को इंदौर में आयोजित किया जा रहा है। इससे निश्चित ही प्रदेश में औद्योगिक निवेश बढ़ेगा।