संदेश न्यूज। कोटा.
नगर निगम की ओर से प्रशासनिक स्वीकृति के बगैर रीको के औद्योगिक क्षेत्र में रोड नम्बर-7 स्थित पार्क में मिट्टी डलवाने के प्रकरण में कांग्रेस पार्षद दल ने महापौर के इस्तीफे की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष अनिल सुवालका ने इस संबध में मीडिया से रुबरु होते हुए कहा कि महापौर ने अपने स्वार्थ के लिए जनता के धन का दुरुपयोग किया है। उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। गौरतलब है कि नगर निगम ने 2 अपै्रल 2018 को जारी आदेश में वरदान ट्रेडर्स के माध्यम से विभिन्न पार्कों में मिट्टी डलवाने का कार्य करवाया गया था। जिसमें रीको औद्योगिक क्षेत्र में रोड नम्बर 7 पर स्थित नालंदा एकेडमी स्कूल के पश्चिम दिशा में स्थित पार्क में भी मिट्टी डलवाई गई थी। जबकि यह पार्क नगर निगम का नहीं है और रीको के स्वामित्व का है। इस कार्य के लिए रीको के तरफ से न तो मांग की गई थी, न ही कोई अनापत्ति जारी की गई थी। रोड नम्बर 7 का यह पार्क आबादी क्षेत्र से दूर है। जिससे आमजन के उपयोग की संभावना कम है। इस पार्क की पूर्वी दीवार महापौर महेश विजय के स्कूल नालंदा अकेडमी से सटी हुई है। स्कूल प्रबंधन ने इस पार्क में 14 फीट चौड़ा दरवाजा भी निकाला हुआ है। ताकि स्कूल के बच्चे इस पार्क में खेल सकें। इस तरह नालंदा अकेडमी को लाभ पहुंचाने के लिए पार्क में मिट्टी भरवाई गई। पार्क में मिट्टी भरवाने से पहले स्कूल का गेट बंद करवाना आवश्यक था। नेता प्रतिपक्ष अनिल सुवालका ने कहा कि जनवरी से ही हम मामले में जांच और कार्यवाही की मांग कर रहे है। जांच के बाद मामला पूरी तरह साफ हो चुका है। महापौर ने जनता की कमाई को अपने स्कूल के पार्क को सुधारने के लिए लगा दिया। मामले में राज्य सरकार ने महापौर महेश विजय और इस कार्य से जुड़े अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता और कनिष्ठ अभियंता नोटिस देकर जवाब मांगा है।