संदेश न्यूज,मुंबई। पंजाब एंड महाराष्ट्र को-आॅपरेटिव (पीएमसी) बैंक घोटाले से परेशान मुंबई निवासी खाताधारक मुरलीधर धर्रा की शनिवार को मौत हो गई। उनके परिजन ने बताया कि धर्रा हृदय रोग से पीड़ित थे। बैंक में उनके 80 लाख रुपए जमा थे। आरबीआई की पांबदियों के कारण रकम नहीं निकाल पाए। इससे उनकी हार्ट सजरी नहीं हो पाई। पीएमसी से रकम निकालने में परेशानियों के कारण मौत का यह चौथा मामला है। पीएमसी बैंक में 4,355 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आने के बाद आरबीआई ने 23 सितंबर से पैसों की निकासी पर प्रतिबंध लगा रखा है। शुरूआत में बैंक से प्रत्येक खाताधारक को प्रति दिन 1000 रुपए निकलने की मंजूरी दी गई थी। मौजूदा समय में खातेदार हर दिन 40,000 रुपए की निकासी कर सकते हैं। आरबीआई की गाइडलाइन के मुताबिक, मेडिकल इमरजेंसी में पैसे निकालने पर कोई रोक नहीं है। हालांकि, अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि बैंक ने धर्रा के परिवार का अनुरोध स्वीकार किया था या नहीं। इससे पहले शनिवार को खाताधारकों ने निकासी की सीमा बढ़ाने की मांग को लेकर बैंक के बाहर प्रदर्शन किया। पीएमसी बैंक के खाताधारक की मौत का यह चौथा मामला है। इससे पहले जेट एयरवेज के पूर्व कर्मचारी सुमित गुलाटी की प्रदर्शन में शामिल होने के कुछ घंटे बाद मौत हो गई थी। मुंबई निवासी निवेदिता जगतियानी और एफ पंजाबी ने भी अपने पैसे बैंक में फंसे होने के कारण निराश होकर कथित तौर पर खुदकुशी कर ली थी। इन सभी की बड़ी रकम बैंक में जमा है।