संदेश न्यूज,लखनऊ। हिंदू समाज पार्टी के प्रमुख रहे कमलेश तिवारी हत्याकांड में अब नया खुलासा हुआ है। मुख्य आरोपी अशफाक ने कमलेश का विश्वास जीतने के लिए रोहित सोलंकी बनकर मुलाकात की थी। इसके लिए उसने न सिर्फ रोहित सोलंकी के नाम से फर्जी आईडी बनाई, बल्कि एचएसपी (हिंदू समाज पार्टी) नाम से फेसबुक अकाउंट खोलकर करीब 4000 लोगों को इससे जोड़ा। वह हिंदूवादी लोगों को जोड़ता और जय श्री राम के नारे भी लगाता था। यह खुलासा हिंदू समाज पार्टी के गुजरात प्रमुख जैमिन बापू ने एटीएस के सामने किया है। उधर, गुजरात वारछा के रहने वाले असली रोहित सोलंकी ने अपना आईडी इस्तेमाल करने और धोखेबाजी की शिकायत की। अशफाक अभी फरार है। अशफाक और उसके साथियों की योजना कमलेश के साथ ही हिंदू समाज पार्टी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष गौरव गोस्वामी को भी मारने की थी। सूरत से लखनऊ जाते हुए उन्होंने गौरव गोस्वामी को फोन कर कार्यालय आने की जिद की थी, लेकिन काम ज्यादा होने के कारण गौरव ने मना कर दिया तो उसकी जान बच गई। गौरव ने भी इसकी पुष्टि की है। जैमिन बापू की पत्नी चांदनी ने बताया की जिस दिन अशफाक सूरत से लखनऊ के लिए निकला था, उसने फोन कर जैमिन को कहा था कि वह खुद मिलने जा रहा है। 20 अक्टूबर को होने वाले अधिवेशन में शामिल होकर लौटेगा। एटीएस के अनुसार, अशफाक ने मार्च में कमलेश से रोहित के पहचान के साथ बात की और पार्टी से जुड़ने की इच्छा जताई। पार्टी के गुजरात अध्यक्ष जैमिन बापू की पत्नी चांदनी बापू ने बताया कि अशफाक ने लगातार अयोध्या में राम मंदिर बनने के दौरान भारी भीड़ जुटाने का बहाना बनाया। कमलेश तिवारी इतना प्रभावित हुआ कि उसने 3 जून 2019 को अशफाक को ही सूरत आईटी सेल से जोड़ दिया। वराछा के रहने वाले असली रोहित सोलंकी को पता चला कि उसका मार्केटिंग मैनेजर/एमआर अशफाक ही कमलेश तिवारी का हत्यारा है। उसी ने उसके नाम से नकली फेसबुक आईडी बनाई, उसका नकली आधार कार्ड भी बना लिया। इसके बाद रोहित सोमवार को वराछा थाने पहुंचा और धोखेबाजी की शिकायत दर्ज कराई। आरोपी अशफाक ने 50 हजार रुपए पार्टी फंड में देने का लालच जैमिन बापू और कमलेश तिवारी दोनों को दिया था। आईटी सेल का लेटर मिलने पर उसने जैमिन को दो हजार रुपए दिए भी थे, लेकिन जैमिन ने 50 हजार रुपए लेने से मना कर दिया। आशंका है कि पहले आरोपी पैसे पहुंचाने के बहाने ही मारने वाले थे, लेकिन यह दांव नहीं चला तो सूरत की मिठाई देने के नाम पर पहुंचे।