संदेश न्यूज,वॉशिंगटन। अमेरिकी सेना से घिरने के बाद आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) सरगना अबु बकर अल-बगदादी ने खुद को ही उड़ा लिया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने टीवी पर लाइव प्रसारण के दौरान बगदादी की मौत की पुष्टि की। ट्रम्प ने आॅपरेशन में शामिल सैनिकों की तारीफ करते हुए कहा कि हमारा मिशन शानदार तरीके से पूरा हुआ। बगदादी अमेरिकी ताकत के डर से चीखते-चिल्लाते हुए मारा गया। उसके साथ आईएस के कुछ और आतंकी भी मारे गए। अमेरिकी राष्ट्रपति ने बताया कि बगदादी ने सेना आते देख अपने ठिकाने के नीचे खुदी सुरंग से भागने की कोशिश की। उसने साथ में अपने तीन बच्चों को भी ले लिया। इस दौरान सैनिकों और मिलिट्री कुत्तों ने उसका पीछा किया। सुरंग में जब उसे रास्ता नहीं मिला, तो उसने खुद की आत्मघाती जैकेट को ब्लास्ट कर लिया। इसमें उसकी और उसके तीनों बच्चों की मौत हो गई। ट्रम्प ने कहा कि विस्फोट में बगदादी का शरीर क्षत-विक्षत हो गया, लेकिन टेस्ट से उसकी पहचान कर ली गई। बगदादी को 2014 में एक मस्जिद में देखा गया था। तब भाषण देते हुए उसने खुद को इराक और सीरिया का खलीफा घोषित किया था। इराक-सीरिया में अमेरिका और उसकी सहयोगी सेनाओं ने आईएस के आतंकियों से लंबी लड़ाई लड़ी। अमेरिका ने उस पर 2.5 करोड़ डॉलर (177 करोड़ रुपए) का इनाम रखा था। संयुक्त सेना की कार्रवाई में कई बार बगदादी के मारे जाने की खबरें आईं। लेकिन इन खबरों की पुष्टि नहीं हो सकी। श्रीलंका के क्राइस्टचर्च में 21 अप्रैल को हुए धमाकों में 253 लोग मारे गए थे। इसके बाद आईएस ने बगदादी का एक वीडियो जारी किया था। इसमें उसे श्रीलंका हमलों की जिम्मेदारी लेते दिखाया गया था। वीडियो में बगदादी कहता है, यह लड़ाई अब खत्म हो चुकी है। इसके बाद और लड़ाई आने वाली हैं, जो दुश्मन के खिलाफ कयामत तक जारी रहेंगी।