संदेश न्यूज,बैंकॉक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को थाईलैंड में आसियान-इंडिया समिट में शामिल हुए। यहां उन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत-आसियान देशों के सहयोग का स्वागत किया। मोदी ने कहा कि भारत के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र के नजरिए से एक्ट ईस्ट नीति बेहद अहम है और आसियान इसका मूल हिस्सा है। अविभाज्य, मजबूत और आर्थिक रूप से सशक्त आसियान ही भारत के हित में है। इससे पहले मोदी आदित्य बिड़ला ग्रुप के वैश्विक व्यापार में 50 साल पूरे होने के एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि अभी भारत आने का सबसे अच्छा समय है। देश में जहां कई चीजें बेहतर हुई हैं तो कई चीजों में गिरावट आई है। भारत में ईज आॅफ डूइंग बिजनेस, ईज आॅफ लिविंग, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई), जंगल क्षेत्र बढ़ा है। उत्पादकता, बुनियादी ढांचे का विकास हो रहा है। जबकि कर की दरें, लालफीताशाही, भ्रष्टाचार में कमी आई है। मोदी ने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। 2014 में जब मेरी सरकार ने कार्यभार संभाला था, तब भारत की जीडीपी दो ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर थी। पांच साल में हमने इसे लगभग 3 ट्रिलियन डॉलर तक मोदी शनिवार को तीन दिवसीय दौरे पर थाईलैंड पहुंचे हैं। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, आसियान समिट में आने के लिए मोदी को थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओ-चा ने न्योता दिया था। मोदी ईस्ट एशिया और क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी (आरसीईपी) समिट में भी हिस्सा लेंगे। यह प्रधानमंत्री मोदी की सातवीं आसियान-इंडिया समिट और छठवीं ईस्ट एशिया समिट होगी। मोदी के इस दौरे का उद्देश्य भारत और आसियान देशों के बीच संबंधों को और मजबूती देना है। इस दौरान कई समझौते होंगे।