जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या-बाबरी मजिस्द विवाद पर आए फैसले का लोगों को सम्मान एवं स्वागत करना चाहिए। गहलोत ने फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया में मीडिया से कहा कि देश को न्यायालय के इस फैसले का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की कि ऐसे मौके पर शांति एवं सौहार्द बनाए रखें। उन्होंने कहा कि लोग शांति एवं सौहार्द बनाए रखेंगे। उन्होंने कहा कि फैसले के मद्देनजर शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा को चाक चौबंद कर रखा हैं और किसी तरह का उपद्रव करने वालों को सख्ती से निपटा जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद का पटाक्षेप करते हुए विवादित भूमि श्रीराम जन्मभूमि न्यास को सौंपने और सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद के निर्माण के लिए अयोध्या में ही उचित स्थान पर पांच एकड़ भूमि देने का निर्णय सुनाया। प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने यह फैसला सुनाते हुए कहा कि विवादित भूमि श्रीराम जन्मभूमि न्यास को दी जाएगी तथा सुन्नी वक्फ को बोर्ड अयोध्या में ही पांच एकड़ वैकल्पिक जमीन उपलब्ध कराई जाए। गर्भगृह और मंदिर परिसर का बाहरी इलाका राम जन्मभूमि न्यास को सौंपा जाए। पीठ ने कहा है कि विवादित स्थल पर रामलला के जन्म के पर्याप्त साक्ष्य हैं और अयोध्या में भगवान राम का जन्म हिन्दुओं की आस्था का मामला है और इस पर कोई विवाद नहीं है।