सांभरलेक। प्रदेश की खारे पानी की सबसे बड़ी सांभर झील मेेंं रविवार को देशी-विदेशी हजारों पक्षी मृत मिले हैं। इसकी सूचना मिलते ही प्रशासनिक, फारेस्ट व एनजीओ के लोग मौके पर पहुंचे। जयपुर से मेडिकल टीम बुलाकर मृत पक्षियों के सैंपल लुधियाना व भोपाल लैबों में भिजवाए गए। जांच रिपोर्ट 4-5 दिन में आएगी। इसके बाद ही पक्षियों की मौत के कारणोें का खुलासा होगा। जानकारी के अनुसार झील क्षेत्र में 15 प्रजातियों के करीब 1000 पक्षी मृत पड़े हुए थे। कई पक्षियों की हालत ऐसी थी कि वो अपने दम पर उठ भी नहीं पा रहे थे। वन कर्मचारियों ने झील क्षेत्र के मध्य से घायल पक्षियों को इलाज के लिए किनारे पर लेकर आए। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पक्षियों के मरने की घटना 10-15 दिन पुरानी प्रतीत हो रही है। जांच करने के बाद ही पक्षियों की मौत के कारण के बारे में स्पष्ट कहा जा सकता हैं। सूचना पर सांभर तहसीलदार हरिसिंह राव, दूदू एसीएफ संजय कौशिक, गिरदावर अरुण जाजोरिया, वेटनरी डॉक्टर अशोक राव, वनपाल जोबनेर सुरेंद्र सिंह, श्यामश्री शर्मा, सहायक वनपाल उपेंद्र कुमार, ललुगोपाल, एनजीओ डब्यूसीओ व जनकल्याण एवं पर्यावरण संस्थान के लोगों ने घटना के बारे में जानकारी ली। मृत पक्षियों में मुख्यत: रिंगू फ्लेवर, केंटिस फ्लेवर, टिनिप फ्लेवर, ब्लेक टेल स्टिल्ट, ग्रीन स्टइंट, गार्गने, कॉमन कूट, लेसर विजसलिग, रफ, नॉर्दन सर्वलर, पलास गर्ल, कैस्पियन गल, पाइड इवोसेट शामिल हैं।