कोटा। दादाबाडी थाने में दर्ज दुष्कर्म के मामले में जांच बदलने के डीआईजी के आदेश की डाक को एक कांस्टेबल ने तीन दिन तक रोक लिया। पीड़िता ने दादाबाडी पुलिस की जांच से अंसतुष्ट होने की बात कहते हुए डीआईजी रवि दत्त गौड से जांच बदलने का प्रार्थना पत्र दिया था। जिस पर डीआईजी ने आठ नवंबर को जांच कोटा ग्रामीण पुलिस के उच्च अधिकारी से करवाने के आदेश दिए। आदेश की कॉपी आईजी आॅफिस में कार्यरत कांस्टेबल चंद्रप्रकाश ने 12 नवंबर तक अपने पास ही दबाए रखी। जबकि इस मामले में 11 नवंबर को ही दादाबाडी पुलिस कोर्ट में चालान पेश कर चुकी। नतीजा यह हुआ कि अब फाइल कोर्ट पहुंच चुकी है और पुलिस जांच नही कर सकी। मामले में डीआईजी ने कांस्टेबल चंद्रप्रकाश को सस्पेंड कर दिया और मामले की उच्च स्तरीय जांच की जा रही है।