संदेश न्यूज। कोटा. राजधानी ट्रेन के दो यात्रियों ने चंद रुपए बचाने के लिए टिकट नही लिया। अब उन पर पंद्रह हजार का जुर्माना लगा है। करीब 15 हजार रुपए जुर्माना वसूलने के बाद दोनों को रिहा कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि बुधवार को दिल्ली-मुंबई राजधानी (12952) में फर्जी टिकट से सफर करते झारखंड निवासी मनू पांडे और एक युवती देवरूप पकड़ी गई थी। बाद में टीटीई ने इन दोनों को कोटा आरपीएफ के हवाले कर दिया था। यहां पर दोनों ने पहले दिल्ली में एक दलाल द्वारा छह हजार रुपए लेकर उनके मोबाइल पर फर्जी पीएनआर और सीट नंबर देने की बात कही थी। देर रात तक दोनों इसी बात पर अड़ते हुए जुर्माना देने से मना करते रहे। बाद में आरपीएफ ने दोनों को जेल जाने की बात बताई। इसके बाद दोनों जुर्माना भरने को भी तैयार हो गए। पूछताछ में दोनों ने बताया कि उन्हें कोटा ही किसी दोस्त की शादी में कोटा आना था। हालांकि पहले दोनों दोस्त की शादी में मुंबई जाने की बात कह रहे थे। दोनों ने बताया कि उन्होंने कहीं पढ़ा था कि बिना टिकट यात्रा करते पकड़े जाने पर टीटीई अगले स्टेशन पर यात्रियों को उतार देता है। यही सोचकर उन्होंने राजधानी से बिना टिकट कोटा जाने का निश्चय किया। क्योंकि राजधानी दिल्ली के बाद सीधे कोटा आकर रुकती है। ऐसे में उन्हें लगा कि बिना टिकट पकड़े जाने पर टीटीई उन्हें कोटा स्टेशन उतार देगा। इस तरह बिना किराया खर्च करे ही कोटा पहुंच जाएंगे। हालांकि उन्होंने यह नहीं पता था कि टीटीई जुर्माना भी वसूल करते हैं। इस तरह थोड़े पैसे बचाने के चक्कर में दोनों को कई किराए से कई गुना जुर्माना भरना पड़ा।