नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान की 70वीं वर्षगाँठ पर मंगलवार को संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में आयोजित समारोह में लोगों से लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए संवैधानिक मूल्यों की रक्षा और कर्त्तव्यों के पालन की अपील की जबकि विपक्ष ने सरकार पर महाराष्ट्र में लोकतंत्र तथा संविधान की हत्या का आरोप लगाते हुये समारोह का बहिष्कार किया। कांग्रेस और शिवसेना समेत सभी प्रमुख विपक्षी दलों का कोई भी सांसद केंद्रीय कक्ष में सुबह 11 बजे शुरू हुये समारोह में मौजूद नहीं था। उन्होंने समारोह में हिस्सा लेने की बजाय संसद भवन परिसर में बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन किया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी तथा अन्य विपक्षी नेता संसद भवन परिसर में मौजूद होने के बावजूद केद्रीय कक्ष में नहीं गये।