वाशिंगटन. अमरीका और आतंकवादी संगठन तालिबान में जारी शांति समझौते के बीच अफगानिस्तान में तैनात सैनिकों में से चार हजार सैनिकों को अमरीका स्वदेश बुला सकता है। जानकारी के अनुसार अमरीका के इस फैसले के बाद अफगानिस्तान में कुल आठ से नौ अमरीकी सैनिक रह जाएंगे। इससे पहले तालिबान ने कहा था कि उसने तीन महीने तक बातचीत बंद रहने के बाद अमरीका से दोहा में बातचीत शुरू कर दी है। तालिबान के नजदीकी सूत्र ने बताया कि दोहा में हिंसा को रोकने और अन्य शर्तों पर चर्चा की गई है। अमरीका में अफगानिस्तान के विशेष दूत जलमय खलीलजाद ने हालांकि बगराम हवाई शिविर पर हाल ही में हुए हमले के बाद तालिबान के साथ किसी भी तरह की बातचीत को बंद करने की घोषणा की है।
उन्होंने कहा कि तालिबान को अफगानिस्तान में शान्ति बहाल करने की इच्छा जतानी चाहिए तभी बातचीत की जा सकेगी। बगराम सैन्य शिविर हमले में दो लोगों की मौत हो गयी थी और कई लोग घायल हो गए थे। गौरतलब है कि अमरीका और तालिबान करीब एक वर्ष से शान्ति समझौते पर पहुंचने के प्रयास कर रहे है। इस समझौते के तहत अफगानिस्तान से विदेशी सैनिकों को वापस भेजा जाएगा और इसके बदले में अफगानिस्तान में किसी भी तरह के आतंकवादी को संरक्षण नहीं दिया जाएगा। हालांकि अमेरिकी कर्मचारी पर तालिबान के हमले की वजह से इस वर्ष सितंबर में बातचीत रद्द कर दी गयी थी। जिसके बाद फिर से दोनों के बीच बातचीत हुयी है।