संदेश न्यूज। कोटा.
मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में बाघिन एमटी-2 की आकस्मिक मौत की खबर आने के बाद स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने दुख जताया है और 11 दिनों में मुकुंदरा में एक बाघ और बाघिन की मौत की मामले की जांच करवाने एवं लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई के लिए वन मंत्री सुखराम विश्नोई से बात की।
स्वायत्त शासन मंत्री ने कहा कि मुकुंदरा में 11 दिनों में बाघ व बाघिन की मौत होना दु:खद है। मुकुंदरा टाइगर रिजर्व को विकसित करने के लिए प्रदेश में कोई भी सरकार रही हो अपने अपने स्तर पर सरकारों ने भरपूर कोसिश की है। मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व पयर्टन का बडा केन्द्र बने इसके लिए समय समय पर गंभीरता के साथ प्रयास किए गए है लेकिन महज 11 दिनों में बाघ-बाघिन की मौत हो जाना गंभीर चिंता का विषय है। स्वायत्त शासन मंत्री ने बताया कि बाघिन की मौत की सूचना मिलते ही वन मंत्री से बात की और वन मंत्री ने भी बाघिन की मौत के मामले को गंभीर मानते हुए जांच करवाने और बाघों के सरंक्षण में कोई कोताही सामने आने पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है।
स्वायत्त शासन मंत्री ने कहा है टाइगर रिजर्व व पर्यटन विकास के लिए हमने इसको नेशनल पार्क का दर्जा दिलाया था हालांकि बाद में इसके नाम में परिवर्तन कर दिया गया लेकिन राजस्थान सरकार हाड़ौती में टूरिज्म को बढ़ावा देने ओर वन्यजीवों के संरक्षण को लेकर प्रयासों में कोई कमी नही रखी। उन्होंने बताया कि आगे भी मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में बाघों के संरक्षण और अन्य संभावनाओं पर सरकार के सकारात्मक प्रयास रहेंगे।