संदेश न्यूज। कोटा.
राज्य सरकार की ओर से गत वर्ष कोटा नगर निगम को दो भागों में बांटने के बाद कोटा उत्तर और कोटा दक्षिण नगर निगम में बंटवारा करने के साथ ही दोनों आयुक्त भी अलग-अलग लगा दिए गए। राज्य सरकार के निर्देश पर सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से लेकर हर तरह का बंटवारा कर दिया। ऐसे में कोटा उत्तर नगर निगम के खाते में 1486 सफाई कर्मी आए हैं।
कोटा उत्तर नगर निगम का गत् 1 अपै्रल से पूरी तरह से अलग तरह से कार्य किया जा रहा है, लेकिन 8 माह के बाद भी कोटा उत्तर निगम प्रशासन नए 70 वार्डों के हिसाब से सफाई कर्मियों का बंटवारा नहीं कर पाया है। अभी तक यह तय नहीं हो पाया कि नए वार्ड के क्षेत्र में कौन-कौन सफाई कर्मचारी है। जबकि मार्च में ही राज्य सरकार की ओर से कोटा उत्तर के 70 वार्डों का निर्धारण हो गया था कि किस वार्ड का क्षेत्र कहां तक आएगा। लेकिन नए निगम के बनने के 8 महीने के बाद भी सफाई को लेकर उत्तर निगम प्रशासन पुराने ढर्रे पर ही कार्य कर रहा है।
नए पार्षदों को जीते हुए 1 महीना पूरा होने में आया, लेकिन उनको यह नहीं पता कि उनके वार्ड में कौन-कौनसे सफाई कर्मचारी हंै, कौन जमादार है, जिनसे वार्ड में सफाई कार्य करवाया जाएगा। इसके लिए पार्षदों ने निगम अधिकारियों से तकाजा किया, लेकिन कोई संतोषप्रद जवाब नहीं मिल पा रहा है। जिसी वार्ड में 8, किसी में 15, किसी 20 तो किसी में 30 सफाई कर्मचारी भी कार्य कर रहे हैं। वार्डों का क्षेत्रफल व जनसंख्या के आधार पर 8 महीने में भी सफाई कर्मचारियों के बंटवारे का कार्य पूरा नहीं किया गया।
नए वार्डों के सफाई कर्मियों का निर्धारण नहीं होने के कारण जो पार्षद, जितना दम रखता है, उतने सफाई कर्मचारी सेक्टर से लेकर अपने हिसाब से सफाई कार्य करवा रहा है। कोटा उत्तर के सेक्टर 1 और 4 में आने वाले वार्डो में तो मात्र 8-8 सफाई कर्मचारी ही मिल रहे हैँ। वहीं ज्यादातर वार्डों में तो पुरानी व्यवस्थाओं के हिसाब से ही अभी सफाई का कार्य हो रहा है।
- ‘वार्डों में सफाईकर्मियों के समानीकरण को लेकर पार्षदों की शिकायतें आ रही है, इसके लिए कार्य किया जा रहा है। एक दिसम्बर तक सभी वार्डों में सफाई कर्मियों का समानीकरण कर दिया जाएगा। हर वार्ड में स्थाई और अस्थाई श्रमिकों की संख्या निर्धारित हो जाएगी।’ – मंजू मेहरा, महापौर, नगर निगम, कोटा उत्तर