अमेरिका के कई राज्यों में फाइजर की कोरोना वैक्सीन की वजह से लोगों के बीमार पड़ने की घटनाएं सामने आई हैं। वैक्सीन से होने वाली एलर्जी की वजह से कई लोगों को दिक्कतें हुईं। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने वैक्सीन से एलर्जी के पांच मामलों की जांच शुरू कर दी है।

शुक्रवार को एलर्जी के कई मामले सामने आने के बाद शिकागो के हॉस्पिटल (Advocate Condell Medical Center) ने तो कुछ दिन के लिए वैक्सीनेशन स्थगित भी कर दी। हालांकि, बाद में फैसला लिया गया कि वैक्सीनेशन फिर शुरू किया जाएगा। यहां चार लोगों को वैक्सीन से एलर्जी हुई। इनमें से एक व्यक्ति को एलर्जी की गंभीर समस्या हुई। फाइजर कंपनी की ओर से घटना पर तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

FDA के डायरेक्टर (बायोलॉजिक्स इवैल्यूएशन एंड रिसर्च) पीटर मार्क्स ने कहा कि अलास्का सहित कई राज्यों से एलर्जी की घटनाएं सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि फाइजर की वैक्सीन में मौजूद polyethylene glycol (PEG) नाम का पदार्थ एलर्जी की वजह हो सकता है। यह पदार्थ मॉडर्ना की वैक्सीन में भी इस्तेमाल किया गया है।

पीटर मार्क्स ने कहा कि पॉलिथिलीन ग्लाइकोल से होने वाला एलर्जिक रिएक्शन काफी सामान्य हो सकता है। बता दें कि ब्रिटेन में भी फाइजर की वैक्सीन लगाए जाने पर रिएक्शन के कम से कम दो मामले सामने आ चुके हैं।

अमेरिका में गुरुवार को वैक्सीन लगाए जाने के 10 मिनट बाद ही अलास्का में एक महिला को दिक्कतें होने लगी थीं। हालांकि, ट्रीटमेंट के बाद छह घंटे में उन्हें हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई थी।

ब्रिटेन के मेडिकल रेग्यूलेटर ने कहा है कि जिन लोगों को गंभीर एलर्जी की दिक्कतें रही हैं (किसी भी खाने से या दवा से) उन्हें फाइजर की वैक्सीन नहीं दी जानी चाहिए। अमेरिका के FDA का कहना है कि एलर्जी से जूझ रहे ज्यादातर अमेरिकी लोगों के लिए यह वैक्सीन सुरक्षित है। सिर्फ उन लोगों को वैक्सीन नहीं दी जानी चाहिए जिन्हें पहले किसी वैक्सीन से गंभीर एलर्जी हुई हो।

शुक्रवार को FDA ने कहा कि पहले कभी गंभीर एलर्जी से जूझ चुके लोगों को मॉडर्ना की वैक्सीन नहीं लगाई जानी चाहिए। साथ ही FDA का कहना है कि वैक्सीन लगाए जाने के वक्त हॉस्पिटल में एलर्जी के ट्रीटमेंट के लिए पर्याप्त सुविधाएं होनी चाहिए।