नई दिल्ली.
जीडीपी के अनुमान से कम खराब आंकड़ों और अच्छे अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से दिसंबर के पहले दिन यानी मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में बहार का माहौल रहा। सुबह हरे निशान में खुला बाजार कारोबार के अंत में अच्छी तेजी के साथ बंद हुआ। बीएसई सेंसेक्स 505.72 अंकों की उछाल के साथ 44,655.44 पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई का निफ्टी 140.10 अंकों की बढ़त के साथ 13,109.05 पर बंद हुआ।
सुबह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 286 अंकों की तेजी के साथ 44,435 पर खुला, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 94 अंकों की तेजी के साथ 13,062 पर खुला. शुक्रवार को जीडीपी के आंकड़े आने के बाद आज पहली बार बाजार खुला था। गुरु नानक जयंती की वजह से सोमवार को बाजार बंद था।
जीडीपी का आंकड़ा बेहतर
गौरतलब है कि शुक्रवार को शेयर बाजार बंद होने के बाद सरकार ने जीडीपी के सितंबर तिमाही के आंकड़े जारी किए थे। सितंबर तिमाही में भारत के जीडीपी में 7.5 फीसदी की गिरावट आई है। यह तमाम एजेंसियों और एक्सपर्ट के अनुमान से कम गिरावट है, इसलिए इसे बेहतर माना जा रहा है। बाजार खुलने के बाद थोड़ी ही देर में इसमें तेजी कम हो गई और एक समय तो यह लाल निशान में भी चला गया। लेकिन बाद में फिर बाजार में मजबूती आने लगी। सुबह 10 बजे तक सेंसेक्स 213 अंक की तेजी के साथ 44,363 पर पहुंच गया। शुरुआती कारोबार में 981 शेयरों में तेजी और 376 शेयरों में गिरावट आई।
येस बैंक के शेयरों में अपर सर्किट
येस बैंक के शेयरों में मंगलवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 5 फीसदी का अपर सर्किट लग गया. प्राइवेट बैंकिंग इंडेक्स में अच्छे सेंटिमेंट और शेयर बाजार में तेजी के माहौल की वजह से येस बैंक के शेयरों में लगातार दूसरे दिन तेजी देखी गई।
ये रहा सेंसेक्स का हाल

पिछले हफ्ते हुई थी बढ़त
पिछले हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को शेयर बाजार में सुस्ती रही। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 110.02 अंक यानी 0.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 44,149.72 पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई का निफ्टी 18.05 अंक यानी 0.14 प्रतिशत फिसलकर 12,968.95 पर ठहरा।
हालांकि पूरे सप्ताह के दौरान सेंसेक्स में 267.47 अंक यानी 0.60 प्रतिशत की और निफ्टी में 109.90 अंक यानी 0.85 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। एस्ट्राजेनेका के संभावित कोविड टीके के परीक्षण के आंकड़ों पर उठ रहे सवालों के बीच वैश्विक बाजार बढ़त में रहे। रुपए की पांच दिनों की लगातार तेजी पर शुक्रवार को लगाम लग गई। रुपया 17 पैसे गिरकर 74.05 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।