नई दिल्ली.
कोरोना वायरस का कहर एक बार फिर बढ़ता जा रहा है। दिल्ली में कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए सरकार ने अपने स्तर पर तैयारियां कर ली हैं और लोगों से भी सतर्क रहने की अपील की है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई और देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति से अवगत कराया गया।
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी की गई जानकारी के मुताबिक देश में फिलहाल कुल कोरोना संक्रमित केसों की संख्या 82 लाख 90 हजार हो चुका है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत ने कोरोना संक्रमण के नए केसों के बीच एक रिकॉर्ड भी बनाया है। यह रिकॉर्ड भारत में रोजाना आ रहे कोरोना के नए मरीजों और रिकवर हो रहे लोगों के बीच का अंतर का है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में रिकवर मरीजों और नए मरीजों के बीच का अंतर 6300 है।
इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी बताया कि देश में कोरोना संक्रमण की कुल दर 7 फीसदी है और ये पिछले हफ्ते में घटकर 4 फीसदी तक पहुंच गई है। विश्व की दर के मुताबिक भी भारत में ये दर काफी कम है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में प्रति दस लाख आबादी पर कोरोना के सिर्फ 211 केस हैं। लेकिन यूरोपीय देशों में प्रति दस लाख की आबादी पर कोरोना केस लगभग 6 हजार हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा एक्टिव कोरोना मरीज हैं।
कोरोना के एक्टिव केसों में 19 फीसद महाराष्ट्र और 16 फीसद केरल से हैं। दिल्ली में कोरोना के 9 फीसदी एक्टिव मरीज हैं। एक हफ्ते से दिल्ली में रोजाना 90 से ज्यादा मौतें हुईं। अस्पतालों में आईसीयू बेड बढ़ाए जाएंगे। इसके साथ ही दिल्ली में एक लाख 20 हजार कोरोना टेस्ट का लक्ष्य रखा गया है। आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजन टेस्ट के बीच का अंतर भी घटना चाहिए। दिल्ली पर चर्चा जारी रखते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि होम आइसोलेशन में भी ज्यादा मरीज हैं। सुबह-शाम डॉक्टर्स उनके हालचाल फोन या वीडियो कॉल से लेते हैं, इसे और सुदृढ़ किया जाएगा।
संक्रमित लोगों के कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के बाद उन पर कड़ी निगाह रहेगी। पहचान के बाद उनको निश्चित तौर पर आइसोलेशन में भेजने की योजना है। दिल्ली में इससे निपटने के लिए संसाधन और विशेषज्ञ एमसीडी, डीएम और अन्य संस्थानों से आएंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोगों से अपील की गई कि लक्षण दिखते ही जांच कराने की प्रवृत्ति बढ़ाएं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि दिल्ली में आईसीयू के बिस्तर दोगुना बढ़ाए जा रहे हैं।
इन्हें अगले हफ्ते में 3500 से बढ़ाकर 6200 किया जाएगा। डीआरडीओ और सरदार वल्लभ भाई कोविड सेंटर में भी व्यवस्थाएं बढ़ाई जा रही हैं। दिल्ली में केंद्र सरकार के अस्पतालों में भी मौजूदा क्षमता से 80 फीसदी आईसीयू बिस्तर बढ़ाए जा रहे हैं। अर्धसैनिक बलों और सेना के भी डॉक्टर्स लाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण के साथ नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल और स्वास्थ्य मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी लव कुमार भी मौजूद रहे।