संदेश न्यूज। कोटा.
नीट-2020 के परिणामों पर कोटा में एक छात्र द्वारा लगाए गए गड़बड़ी के आरोपों को एनटीए ने खारिज कर दिया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इस संबंध में मीडिया में जारी खबरों को भी खारिज किया। एनटीए की ओर से मंगलवार शाम को प्रेस रिलीज जारी कर स्पष्ट किया कि यह खबर पूरी तरह से फर्जी, मनगढंत और केवल एक पक्षीय है।
इस फर्जी खबर को प्रसारित करने से पहले न्यूज चैनल को एनटीए से पुष्टि करनी चाहिए थी। इस मामले में तत्काल नोएडा, उत्तर प्रदेश में आईटी अधिनियम के तहत साइबर सुरक्षा सेल में एनटीए द्वारा शिकायत दर्ज की जा रही है।
एक कोचिंग संस्थान के कोटा केन्द्र के प्रभारी ने एनटीए द्वारा आयोजित नीट-2020 पर सवाल उठाते हुए दावा किया था कि एक छात्र का परिणाम बदला गया। शिकायत थी कि छात्र मृदुल रावत का परिणाम संशोधित जारी किया गया है, पूर्व में 329 अंक संशोधित कर 650 हो गए हैं और उसे एसटी-कैटेगिरी में रैंक-1 और आल इंडिया रैंक 3577 दी गई है। इस आशय की अंकतालिका और एनटीए से ई-मेल के माध्यम से किए गए संवाद भी सार्वजनिक किए गए।
इसके बाद देशभर के समाचार एवं इलेक्ट्रोनिक चैनलों पर समाचार जारी किए गए। इस पर संज्ञान लेते हुए मंगलवार को खंडन कर दिया। एनटीए ने यह भी कहा कि वास्तविक शिकायतों पर विचार किया जाएगा, हालांकि छेड़छाड़ और मनगढ़ंत मामलों को गंभीरता से देखा जाएगा और एनटीए को ऐसे उम्मीदवारों या ऐसे उम्मीदवारों का प्रतिनिधित्व करने वाले अन्य बेईमान दलालों के खिलाफ संबंधित कानून के अनुसार कानूनी कार्रवाई करने के लिए बाध्य हो जाएगा।
इसमें उनकी उम्मीदवारी रद्द होना भी शामिल है। एनटीए ने प्रेस रिलीज में सलाह भी दी है कि उम्मीदवार किसी भी बेईमान व्यक्ति/एजेंट/प्रवक्ता के बहकावे में न आएं और ना ही उन्हें उनके ओएमआर/परिणाम में किसी भी प्रकार के अवैध बदलाव की अपेक्षा करें। अन्यथा किसी भी/ऐसे सभी व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी और दंडात्मक कार्रवाई शुरू की जाएगी।