संदेश न्यूज। कोटा.
एलेन कॅरियर इंस्टीट्यूट के क्लासरूम स्टूडेंट शोएब आफताब ने 720 में से 720 अंक तथा ऑल इंडिया रैंक-1 प्राप्त की। इसके साथ ही शोएब अपने परिवार में पहले सदस्य हैं, जो मेडिकल की पढ़ाई करके डॉक्टर बनेंगे। शोएब ने कहा, ‘डॉक्टर बनने का सपना साकार होने जा रहा है।
वर्ष 2018 में कोटा आया और एलेन में एडमिशन लिया। यहां मुझे बेस्ट कॉम्पीटिशन मिला और मैंने अपना बेस्ट देने की कोशिश की। मैं कोटा में अपनी मां और छोटी बहिन के साथ पीजी में रहा। इसी वर्ष 12वीं में 95.8 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। केवीपीवाई में ऑल इंडिया 37वीं रैंक एवं 10वीं में 96.8 प्रतिशत अंक थे।
एलेन के टीचर्स की गाइडेंस से ही मैंने यह सफलता प्राप्त की है। लॉकडाउन का फायदा यह मिला कि पढ़ाई जारी रही, मैंने अपनी कमजोरियां दूर की, मैं नीट के सिलेबस में कमजोर टॉपिक्स को बार-बार रिवाइज करता गया। इससे डाउट्स भी सामने आते गए। जो टॉपिक्स मजबूत थे, उन पर ज्यादा फोकस नहीं किया। कोचिंग के दौरान क्लासरूम का होमवर्क डेली करता था और तीनों विषयों को बराबर समय देता था। मैं रोजाना शेड्युल बनाकर पढ़ाई करता हूं, हर सब्जेक्ट को अलग-अलग समय देता हूं। वॉट्सअप का उपयोग फैकल्टीज से डाउट्स आदि पूछने के लिए करता था।’
लॉकडाउन में भी कोटा में ही रहे
शोएब अपने टारगेट के प्रति कितने गंभीर हैं यह इस बात से पता चलता है कि एक बार घर से कोटा आने के बाद ढाई साल तक शोएब घर नहीं गए। शोएब के अनुसार, कई मामले आए जब पापा ने कहा, घर आ जाओ कुछ दिन लेकिन मैं नहीं गया। दीपावली व ईद की छुट्टियां भी थी लेकिन मैं कोटा ही रहा। पढ़ाई में व्यवधान नहीं आने दिया।
कोराना काल में भी कोटा में ही रहा। लॉकडाउन में भी जब सब घर गए तो मैं यही रुक गया। इससे मेरी तैयारी और अच्छी हो गई। मैंने सारा रिवीजन कर लिया। कोटा से बेहतर आईसोलेटेड फैसिलिटी आपको कहीं नहीं मिल सकती। बोर्ड एग्जाम के बाद इतना समय नहीं मिल पाता कि नीट के पूरे सिलेबस को रिवाइज कर लिया जाए। इसलिए मैंने लॉकडाउन के 5 महीनों का पूरा उपयोग किया। टॉपिक्स का मल्टीपल रिवीजन किया ताकि कहीं कोई गुंजाइश नहीं रह जाए।
साइंस में रुचि है, पापा ने कहा, डॉक्टर बनो, मैंने तैयारी शुरु कर दी
शोएब ने बताया कि वह एम्स से एमबीबीएस करने के बाद कार्डियोलॉजी में स्पेशलिस्ट बनना चाहते हैं। एक और सपना है कि मैं ऐसी बीमारियों का इलाज ढूंढना चाहता हूं जो जिनका इलाज अभी तक उपलब्ध नहीं है, रिसर्च के क्षेत्र में जाना चाहता हूं। मेरी रूचि भी साइंस में थी और मेडिकल क्षेत्र में जाना चाहता था, पापा भी कहते थे कि मेडिकल की तैयारी करो डॉक्टर बनो तो मैंने बॉयलोजी ली। शोएब ने बॉयलोजी के साथ-साथ मैथ्स की भी पढ़ाई की।
शोएब ने जेईई मेन्स में किया था कमाल, हासिल किए थे 99.7 पर्सेन्टाइल
पहली रैंक हासिल करने वाले शोएब आफताब ने बायोलॉजी के साथ-साथ मैथ्स की भी पढ़ाई की। अपनी फिजिक्स और कैमेस्ट्री स्ट्रांग करने के लिए जेईई की तैयारी की। जेईई-मेंस की परीक्षा में भीा 99.7 पर्सेन्टाइल भी हासिल किए। शोएब ने कहा कि जेईई-मेंस देने से मुझमें कान्फीडेंस आया और मैं और अच्छा परफॉर्म कर सका।
लोकसभा अध्यक्ष ने दी शोएब आफताब को बधाई
नीट परीक्षा में अभूतपूर्व सफलता हासिल करने पर शोएब आफताब को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बधाई दी है। उन्होंने कहा कि आफताब ने सिर्फ परीक्षा में टॉप किया बल्कि शत-प्रतिशत अंक प्राप्त कर अद्भुत और अविश्वसनीय उपलब्धि हासिल की है। यह खुशी और भी महत्वपूर्ण इसलिए हो जाती है कि शोएब ने कोटा में रहकर इस परीक्षा की तैयारी की थी। इस सफलता ने एक बार पुन: कोटा के शिक्षकों की श्रेष्ठता को प्रतिष्ठित किया है। नीट में सफलता प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को भी शुभकामनाएं और उज्जवल भविष्य की कामना।
आॅल इंडिया टॉपर शोएब बने इस मेडिकल प्रवेश परीक्षा में शत-प्रतिशत अंक लाने वाले पहले विद्यार्थी
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने देश की सबसे बड़ी व एकमात्र मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-2020 का परिणाम शुक्रवार को जारी किया। इस परिणाम में कोटा कोचिंग ने फिर परचम फहराया है। कोटा के कोचिंग संस्थान एलेन कॅरियर इंस्टीट्यूट के क्लासरूम स्टूडेंट शोएब आफताब ने 720 में से 720 अंक हासिल कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
इस मेडिकल प्रवेश परीक्षा में यह पहला मौका है, जब पहली रैंक पर आए स्टूडेंट ने शत-प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। टॉप टेन- में एलेन के 4 स्टूडेंट ने जगह बनाई। इस शानदार सफलता को लेकर एलेन के निदेशक राजेश माहेश्वरी ने कहा कि एलेन का ध्येय हर बार श्रेष्ठ परिणाम देना रहा है। लेकिन नीट में पहली बार ऐसी कामयाबी हासिल की गई है जो पहले कभी नहीं की मिली। एलेन के क्लासरूम स्टूडेंट शोएब आफताब ने 720 में से 720 यानी 100 पर्सेन्ट अंक प्राप्त किए हैं।