संदेश न्यूज। कोटा.
जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत के मामले में बनाई गई केन्द्रीय दल व एम्स की टीम ने रविवार को जेके लोन चिकित्सालय का संघन निरीक्षण किया। टीम ने ओपीडी, एनआईसीयू, पीआईसीयू, लेबर रूम व गायनी वार्ड को देखा और आवश्यक दस्तावेजों की कॉपी ली। जानकारी के अनुसार मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एण्ड फैमली वेलफेयर (चाइल्ड हेल्थ डिवीजन) के दल ने करीब चार घंटे से भी अधिक समय तक जेके लोन में निरीक्षण किया।
टीम में डॉ. कुलदीप सिंह, डीन अकेडमिक व एचओडी पीडियाट्रिक जोधपुर एम्स, डॉ. अरुण सिंह, नेशनल एडवाइजर (एमओ एचएफडब्लू), डॉ. नीरज गुप्ता, नई दिल्ली, डॉ. दीपक सक्सेना, सीनियर रीजनल डायरेक्टर एच एण्ड एफडब्लू गवर्मेंट ऑफ इंडिया एवं डॉ. प्रशांत एस, सीनियर कन्सलटेंट एनएचएसआरसी ने एचओडी शिशु रोग विभाग डॉ. अमृत लाल बैरवा व अस्पताल प्रशासन से बात की और बच्चों की मौत के सिलसिले में कई जानकारियां जुटाई। इस दौरान टीम ने उन सभी मृत बच्चों के रिकॉर्ड को भी खंगाला और उसकी एक कॉपी अपने साथ लेकर गए। उन्होंने एनआईसीयू में कार्यरत स्टॉफ की जानकारी ली, व्यवस्थाएं देखी व परिजनों से भी बात की।
उपकरण व स्टॉफ के बारे में जुटाई जानकारी
कोटा के जेके लोन अस्पताल में बीते दिनों हुए नवजातों की मौत मामले में सियासी दौरों के बाद अब जांच दलों के दौरे लगातार जारी है। एक तरफ राज्य सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय जांच कमेटी पड़ताल में जुटी हुई है तो केन्द्रीय दल भी दस्तावेजों के साथ उपकरण व स्टॉफ की स्थिति की रिपोर्ट ले चुका है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भूपेन्द्र सिंह तंवर भी टीम के साथ रहे। डॉ. तंवर ने बताया कि एक टीम दिल्ली व एक टीम जयपुर सरकार द्वारा यहां भेजी गई हैं। जांच दल ने बच्चों की मौत के सम्बंधित जानकारी जुटाई गई है, जो भी कमियां सामने आई है उनकी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपी जाएगी।