एजेंसी। सीधी.
मध्यप्रदेश के सीधी जिले के रामपुरनैकिन थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। करीब 61 यात्रियों से भरी बस बाणसागर बांध प्रोजेक्ट की नहर में गिर गई। शाम तक 51 शव निकाल लिए गए। 6 लोगों को सकुशल बचा लिया गया। ड्राइवर खुद तैरकर बाहर आ गया। उसे हिरासत में लिया गया है। मृतकों में 18 महिलाएं व एक बच्चा शामिल हैं। मध्यप्रदेश सरकार ने दुर्घटना की मजिस्ट्रेट से जांच कराने के आदेश दिए हैं। बस की क्षमता 32 सवारियों की थी, जबकि उसमें ड्राइवर समेत 62 लोग सवार थे।
पुलिस के अनुसार बस सुबह सीधी से सतना के लिए रवाना हुई थी। छुहिया घाटी में जाम लगा होने के कारण बस चालक ने रास्ता बदल लिया और वह बाणसागर नहर के किनारे की सड़क से होकर बस ले जा रहा था। इस सड़क की चौड़ाई काफी कम है। वहीं, स्पीड ज्यादा होने से चालक बस पर नियंत्रण खो बैठा और बस असंतुलित होकर नहर में समा गई। बस में सीधी और आसपास के जिलों के यात्री सवार थे। रीवा के डिविजनल कमिश्नर राजेश जैन ने कहा कि सीधी जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर दूर हादसे की खबर मिलते ही पुलिस और प्रशासन का अमला पहुंच गया। वे स्वयं सुबह 9 बजे घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य की गति तेज करवाई। 4 यात्री अभी भी लापता हैं।
यात्रियों के टोकने पर भी ड्राइवर ने स्पीड कम नहीं की
हादसे में बचे यात्रियों ने बताया कि ड्राइवर काफी स्पीड में बस चला रहा था। लोगों ने उससे कई बार रफ्तार कम करने को कहा, लेकिन वह नहीं माना। इसी दौरान उसने कंट्रोल खो दिया और बस नहर में गिर गई। जितने भी लोग बस से बाहर आ पाए वे सभी पीछे की सीटों पर बैठे थे। बस के नहर में डूबने के दौरान उन्हें जरा सा वक्त मिला, जिससे वे बाहर आ गए और तैरकर किनारे पहुंचे।
22 फीट गहरी नहर में था 20 फीट पानी
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बाणसागर बांध से जुड़ी 22 फीट गहरी नहर में 20 फीट से अधिक पानी भरा था। हादसे की सूचना के बाद सबसे पहले लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित बांध से जलप्रवाह बंद कराया गया। इसके बाद नहर में जलस्तर कम हुआ और बचाव कार्य तेज हो पाया।
परीक्षा में शामिल होने जा रहे थे कई युवक-युवतियां
बस सुबह सीधी जिला मुख्यालय से लगभग 6 बजे रवाना हुई और उसमें सीधी तथा सिंगरौली जिले के युवक-युवती और उनके अभिभावक भी सवार थे, जो सतना जिला मुख्यालय पर मंगलवार को आयोजित होने वाली रेलवे और नर्सिंग से संबंधित परीक्षा में शामिल होने जा रहे थे।
मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपए की सहायता की घोषणा
भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए आश्रितों को 5-5 लाख रुपए की सहायता की घोषणा की है। चौहान ने मंगलवार को आयोजित होने वाला ‘गृह प्रवेशम’ कार्यक्रम भी स्थगित कर दिया। इस कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल होने वाले थे। मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत निर्मित एक लाख नवीन आवासों में हितग्राहियों के एक साथ गृह-प्रवेश का कार्यक्रम ‘गृह प्रवेशम’ आयोजित होने वाला था। प्रधानमंत्री मोदी ने भी हादसे पर दुख जताया और मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख घायलों को 50 हजार रुपए की केंद्रीय सहायता दिलवाने की घोषणा की।