मुंबई.
ब्रिटेन में कोरोना का नया वेरिएंट तेजी से फैल रहा है जिसको देखते हुए 22 दिसंबर रात 12:00 बजे से लेकर 31 दिसंबर रात 12:00 बजे तक भारत सरकार ने यूनाइटेड किंगडम से आने वाली सभी फ्लाइट्स को सस्पेंड कर दिया है। दरअसल, 22 दिसंबर 2020 से एपिडेमिक डिजीज एक्ट 1987 और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के तहत मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कोरोना के नए म्युटेंट को मुंबई में फैलने से रोकने के लिए यह उपाय किए गए हैं।
1. सभी यात्री जो मिडिल ईस्ट या यूरोपियन देशों से मुंबई आएंगे उन्हें इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन किया जाएगा। उनके अपने खर्च पर यह इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन 7 दिनों के लिए अनिवार्य होगा।
2. अगर कोई यात्री कोरोना के लक्षण के साथ मिलता है तो उसे मुंबई के फोर्ट इलाके में मौजूद जीटी हॉस्पिटल इलाज के लिए भेजा जाएगा।
3. आगमन के समय आरटी पीसीआर टेस्ट (कोरोनावायरस टेस्ट) नहीं किया जाएगा। आरटी पीसीआर टेस्ट पांचवें दिन से लेकर सातवें दिन तक यात्रियों के खर्च पर ही किया जाएगा। अगर रिपोर्ट नेगेटिव आता है तो पैसेंजर को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा और उन्हें 7 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन में रहना अनिवार्य होगा। अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाता है लेकिन कोरोना के लक्षण नहीं होंगे तो उन्हें आगे होटल में ही क्वॉरेंटाइन जारी रखना होगा और अगर कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो उन्हें 14 दिनों के लिए कोविड-19 हॉस्पिटल में भेज दिया जाएगा।
4. यात्रियों को होटल तक पहुंचाने के लिए सारी व्यवस्था बेस्ट (बस) द्वारा की जाएगी।
5. इन देशों से आने वाले यात्रियों के लिए करीब 4000 कमरों की जरूरत रोज होगी। यात्री अपने पसंद के हिसाब से होटल का चयन कर पाएंगे। होटल का खर्च यात्रियों को ही उठाना होगा।
6. यात्रियों के पासपोर्ट होटल में डिपॉजिट किए जाएंगे जो उन्हें डिस्चार्ज के समय वापस मिलेगा।
7. मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर काम करने वाले इमीग्रेशन अफसर या दूसरे कर्मचारियों को पीपीई किट मुहैया कराई जाएगी।
8. यात्रियों के टेस्टिंग के लिए प्राइवेट लैबोरेट्रीज को क्वारंटाइन होटल के साथ लिंक किया जाएगा। टेस्टिंग का खर्चा यात्रियों को ही उठाना होगा।
9. यह पूरा ऑपरेशन कलेक्टर एमसीडी और उनकी टीम द्वारा मॉनिटर किया जाएगा।
10. यह गाइडलाइंस मिडिल ईस्ट और यूरोपीयन कंट्रीज से मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आने वाले सभी यात्रियों के लिए लागू है।