नई दिल्ली.
गणतंत्र दिवस पर किसानों द्वारा ट्रैक्टर रैली निकालने वाले मामले पर बुधवार को फिर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सर्वोच्च अदालत ने इस विवाद में दखल देने से इनकार किया है और कहा है कि दिल्ली पुलिस ही इस पर इजाजत दे सकती है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट के द्वारा लगातार कमेटी पर उठ रहे सवालों पर नाराजगी व्यक्त की गई। चीफ जस्टिस ने बुधवार को सुनवाई के दौरान कहा कि हम ट्रैक्टर रैली को लेकर कोई फैसला नहीं सुनाएंगे, कोर्ट किसी रैली को रोके ये बिल्कुल ठीक नहीं है। ऐसे में दिल्ली पुलिस को ही इसपर फैसला लेना चाहिए। यानी अब ट्रैक्टर रैली पर फैसला लेने की गेंद दिल्ली पुलिस के पाले में पहुंच गई है। बुधवार को सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एस.ए. बोबडे ने अदालत में वकीलों को सलाह दी कि वो किसानों से अपील करें कि ट्रैक्टर रैली को शांति के साथ निकालें।
किसान नेता बोले- हम निकालेंगे रैली
ट्रैक्टर रैली को लेकर ही किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि हम दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालकर रहेंगे, हमें कौन रोकेगा। दिल्ली भी किसानों की है और गणतंत्र दिवस भी किसानों का है। राकेश टिकैत बोले कि पुलिस हमें क्यों रोकेगी, हम ट्रैक्टरों पर आ रहे हैं और किसी को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार किसानों के साथ सिर्फ बात कर रही है, कोई निर्णय नहीं ले रही है। कई किसानों को NIA द्वारा नोटिस भी दिया गया है, अगर ऐसा रहा तो सभी किसान एनआईए दफ्तर के बाहर ही धरना देंगे।
आपको बता दें कि बुधवार को ही दिल्ली पुलिस और किसान नेताओं के बीच में ट्रैक्टर रैली को लेकर एक बैठक चल रही है। जिसमें गणतंत्र दिवस पर निकलने वाली परेड और ट्रैक्टर रैली के रूट को लेकर चर्चा की जा रही है। ऐसे में अब ट्रैक्टर रैली को लेकर क्या फैसला होता है और गणतंत्र दिवस पर किस तरह का नजारा दिखता है इसपर हर किसी की नजर टिकी है।
आपको बता दें कि बीते दिन ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। जिसमें गणतंत्र दिवस को लेकर सुरक्षा और अन्य मसलों की समीक्षा की गई।